
टी-20 क्रिकेट के दौर में टेस्ट क्रिकेट के अस्तित्व को बचाने के लिए और इस फॉर्मेट को और भी रोचक बनाने के लिए 13 अक्टूबर 2017 को आईसीसी ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए चार दिन के टेस्ट मैच को मंजूरी दे दी.
आईसीसी ने कहा था कि सदस्य देश 2019 वर्ल्ड कप तक प्रयोग के तौर पर द्विपक्षीय चार दिवसीय टेस्ट खेल सकते हैं. आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) डेव रिचर्डसन का कहना था, कि‘ हमारी प्राथमिकता अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का ऐसा ढांचा तैयार करना है जिससे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खासकर टेस्ट को नए संदर्भ और मायने मिले.’
रिचर्डसन ने कहा था,‘ टेस्ट क्रिकेट के भविष्य को लेकर पूरी चर्चा में यह स्पष्ट है कि हमें दूसरे विकल्प और नए प्रयोग तलाशने होंगे ताकि टेस्ट क्रिकेट का भविष्य लंबा हो. यह इसी दिशा में एक कदम है.’
भज्जी की चेतावनी- टीम इंडिया से डेल स्टेन को मिलेगी चुनौती
हालांकि कई खिलाड़ियों ने आईसीसी के इस फैसले की निंदा भी की थी. दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने कहा था कि, ‘मैं पांच दिवसीय क्रिकेट का प्रशंसक हूं. मेरा मानना है कि रोमांचक टेस्ट पांचवें दिन के आखिरी घंटे तक खिंचते हैं. यही उसकी खासियत है. चार दिवसीय क्रिकेट आसान होता है, क्योंकि चार ही दिन खेलना होता है.’
वहीं ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने भी इस पर अपनी राय देते हुए कहा था, कि ‘मैं व्यक्तिगत रूप से पांच दिन का गेम पंसद करूंगा, इसलिए मैं इसे पांच ही दिन रखना चाहूंगा. जिस तरह पारंपरिक रूप से टेस्ट क्रिकेट खेला जाता है, मुझे लगता है कि यह शानदार है, जब आप पांचवें दिन पहुंचते हो और अंतिम घंटे में पहुंचते हो तो मुझे लगता है कि यह खेल का सचमुच सबसे अच्छा हिस्सा है.
ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच पद से इस्तीफा देंगे डेरेन लीमैन
ऑस्ट्रेलिया के उप कप्तान डेविड वॉर्नर ने कहा था, कि मेरी चार दिवसीय क्रिकेट में कोई दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने कहा, टेस्ट मैच क्रिकेट में इतने उतार चढ़ाव होते हैं, जिसमें मौसम भी होता है, कुछ मैच तीन दिन में ही खत्म हो जाते हैं, लेकिन जब मौसम खराब होता है तो मैच को खराब करने में सिर्फ एक दिन का समय लगता है.