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चैपल पर भड़के सचिन ने कहा, 'उसने भारतीय क्रिकेट को कम से कम पांच साल पीछे धकेल दिया'

वानखेड़े स्टेडियम में अपने विदाई भाषण के बाद ड्रेसिंग रूम में बैठे सचिन से मिलने जब विराट कोहली आए तो सचिन की भाव-भंगिमा से लग रहा था कि वो काफी भावुक होकर बैठे हैं और उन्हें समझ आ गया है कि अब सब खत्म हो चुका है.

सचिन तेंदुलकर सचिन तेंदुलकर
सूरज पांडेय
  • नई दिल्ली,
  • 15 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 8:48 PM IST

वानखेड़े स्टेडियम में अपने विदाई भाषण के बाद ड्रेसिंग रूम में बैठे सचिन से मिलने जब विराट कोहली आए तो सचिन की भाव-भंगिमा से लग रहा था कि वो काफी भावुक होकर बैठे हैं और उन्हें समझ आ गया है कि अब सब खत्म हो चुका है.

विराट ने दिया सचिन को तोहफा
सचिन से मिलने आए कोहली के हाथ में एक पाउच में कुछ था. शायद कुछ ऐसा जो विराट के लिए काफी महत्व रखता था. विराट ने सचिन का हाथ अपने हाथ में लेते हुए कहा, 'मैं चाहता हूं कि ये आप रखें. ये मुझे मेरे पिता ने दिया था. मैं इसे आपको दे रहा हूं.' सचिन ने देखा कि पाउच में थोड़े से धागे रखे थे. इसके बाद विराट ने आगे बढ़कर तेंदुलकर के पैर छू लिए. इसपर सचिन ने कहा, 'अरे! तूझे तो गले लगना है.' लेकिन विराट तो जैसे कुछ सुनने के मूड में ही नहीं थे. उन्होंने भरी हुई आंखों के साथ कहा, 'मुझे आपकी याद आएगी.' और बाहर निकल गए.

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जब सचिन ने चैपल को सुनाई खरी-खोटी
इससे कुछ साल पहले की बात है. सचिन एक जिम में वर्कआउट कर रहे थे कि तभी उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट कप्तान इयान चैपल को देखा. चैपल सचिन के बारे में काफी उल्टा-सीधा लिख चुके थे. उन्होंने तो यहां तक कहा था कि सचिन को 'आईना' देखने की जरूरत है. चैपल ने तेंदुलकर को वर्कआउट करते देखा तो बोले, 'अच्छा, तो ये राज है.' उखड़े हुए सचिन ने पलटकर कहा, 'तुम लोग अपने बात करने का अंदाज अपनी सुविधानुसार बदल लेते हो. सारी समस्या तुम्हारे भाई ग्रेग चैपल (पूर्व भारतीय क्रिकेट कोच) की ही बनाई हुई है. उसने भारतीय क्रिकेट को कम से कम पांच साल पीछे धकेल दिया.' सचिन की ये कहानियां सचिन और उनकी आत्मकथा 'प्लेइंग इट माइ वे' के सहलेखक बोरिया मजूमदार ने सम्मिलित रूप से सुनाई.

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