चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के गेंदबाजी कोच एल. बालाजी ने बुधवार को कहा कि उनकी टीम में कई खिलाड़ी 30 साल से ऊपर की उम्र के हैं, लेकिन यह उनके लिए नुकसानदेह नहीं, बल्कि फायदेमंद ही साबित होगा.
कोरोना वायरस के कारण लंबे ब्रेक के बाद इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की टीमें 13वें चरण की तैयारी में जुटी हैं. महेंद्र सिंह धोनी (39 साल) आगामी आईपीएल चरण में तीन बार की विजेता सीएसके की अगुवाई करने को तैयार हैं, जिसका आयोजन 19 सितंबर से 10 नवंबर तक संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में किया जाएगा.
यह पूछने पर कि क्या सीनियर खिलाड़ियों को लय में आने में मुश्किल होगी तो बालाजी ने इससे इनकार करते हुए पीटीआई से कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह इतना मुश्किल होगा क्योंकि आपने पूरी जिंदगी यह खेल खेला है. इतने साल से इस खेल को समझते हो, जो सर्वश्रेष्ठ वापसी के लिए काम आएगा.’
उन्होंने कहा, ‘अनुभव निश्चित रूप से महत्वपूर्ण होगा. यह आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में साबित हो चुका है.’ कप्तान के अलावा फ्रेंचाइजी में शेन वॉटसन और ड्वेन ब्रावो जैसे अनुभवी खिलाड़ी मौजूद हैं. बालाजी ने कहा कि धोनी ऐसे खिलाड़ी हैं जो एक प्रक्रिया का पालन करते हैं जिसमें वह बदलाव और बाहर करने के बजाय मौका और ‘एक्सपोजर’ देने में भरोसा करते हैं.
बालाजी ने कहा, ‘धोनी हमेशा समर्थन करने वाले कप्तान हैं. उनकी कप्तानी में कोई ‘शॉर्ट कट’ नहीं हैं, लेकिन बदलाव और बाहर करने के बजाय मौका देने और ‘एक्सपोजर’ में भरोसा करते हैं.’
यूएई जाने से पहले फ्रेंचाइजी ने 16 अगस्त से एक संक्षिप्त शिविर की योजना बनाई है. उन्होंने कहा, ‘हां, अगर सब कुछ योजना के अनुरूप होता है तो हम 16 अगस्त से एक शिविर शुरू करेंगे. यह केवल भारतीय खिलाड़ियों के लिए होगा.’