इंग्लैंड के तेज गेंदबाज लियाम प्लंकेट ने खुलासा किया है कि साल 2005 में खेले गए लाहौर टेस्ट मैच में शोएब अख्तर ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी. यह प्लंकेट का डेब्यू टेस्ट मैच भी था.
लियाम प्लंकेट ने बताया कि अपने डेब्यू टेस्ट मैच में उन्होंने पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर की गेंदों का सामना किया था. प्लंकेट ने अख्तर का सामना करने के अपने भयावह अनुभव का खुलासा किया है.
लियाम प्लंकेट ने कहा है कि काउंटी क्रिकेट में अख्तर और वह डरहम के लिए खेलते थे. उन्होंने कहा कि टीम साथी होने के बावजूद अख्तर ने उन्हें डेब्यू टेस्ट मैच के दौरान धमकी दी थी.
प्लंकेट ने द ब्रोकन ट्रॉफी पॉडकास्ट के साथ इंटरव्यू में कहा, 'भयावह. मैंने अपने पहले टेस्ट मैच में शोएब अख्तर का सामना किया, क्योंकि मैंने इससे पहले डरहम में उनके साथ खेला था. मैं टेस्ट से पहले अपने रन-अप को मार्क कर रहा था और उन्होंने सिर्फ मुस्कुराते हुए कहा कि मैं तुम्हें मारने वाला हूं.'
प्लंकेट नवंबर 2005 में लाहौर में इंग्लैंड के तीसरे टेस्ट मैच की बात कर रहे थे, जो कि प्लंकेट का इंग्लैंड के लिए पहला टेस्ट मैच था. प्लंकेट उस समय बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर आए थे जब मेहमान इंग्लैंड की टीम सात विकेट पर 249 रन बना चुकी थी.
प्लंकेट ने कहा, 'मुझे याद है कि यह कल की तरह था, क्योंकि मेरे पास मेरा बल्ला था. उस समय बल्ले काफी मोटे होते थे लेकिन यह कश्मीर विलो था. यह पतला था.'
प्लंकेट ने कहा, 'मैं बल्लेबाजी करने के लिए तैयार बैठा था. मैं खिलाड़ी के बगल में बैठा था जहां टीवी स्क्रीन थी. ऐसे में आप उसे 96, 97, 96 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद करते देख सकते हैं. एश्ले जाइल्स के स्टंप्स बिखर गए और फिर मैं एक ऐसे आदमी की गेंदबाजी का सामना करने जा रहा था, जो 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहा था.'
प्लंकेट ने उस मैच में 51 गेंदों पर नौ रन बनाए थे. उन्होंने कहा, 'मुझे याद है कि मैंने उनकी पहली गेंद अच्छे से खेली थी. लेकिन जैसे ही दूसरी गेंद मेरे कंधे पर लगी तब मुझे डर का अहसास हुआ और फिर मैं अपने आप को डर से संभाल नहीं पाया.'