टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने कहा कि भारतीय क्रिकेट में राहुल द्रविड़ का योगदान मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की तरह है, लेकिन उन्हें ज्यादा क्रेडिट नहीं दिया गया. गंभीर के मुताबिक एक कप्तान के तौर पर भी राहुल द्रविड़ को बहुत कमतर आंका गया.
गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ में कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम राहुल द्रविड़ को उनकी कप्तानी का ज्यादा क्रेडिट नहीं देते. हम केवल सौरव गांगुली, एमएस धोनी के बारे में बात करते हैं, अब हम केवल विराट कोहली के बारे में बात करते हैं, लेकिन राहुल द्रविड़ भारत के लिए एक शानदार कप्तान रहे हैं.’
गंभीर ने कहा, ‘राहुल द्रविड़ के रिकॉर्ड्स बहुत शानदार हैं. एक क्रिकेटर के तौर पर भी उनके योगदान को कम आंका गया और कप्तान के तौर पर भी शायद वह सबसे कम आंके गए खिलाड़ी हैं. हमने उनकी कप्तानी में इंग्लैंड, वेस्टइंडीज में जीत हासिल की, हम लगातार 14 या 15 मैचों में जीत हासिल करने में सफल रहे थे.’
टी-20 वर्ल्ड कप 2007 और वर्ल्ड कप 2011 जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे गंभीर ने कहा, 'भारतीय क्रिकेट पर द्रविड़ का प्रभाव सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली से ज्यादा है.'
गंभीर ने कहा, 'मेरा मानना है कि द्रविड़ का प्रभाव काफी ज्यादा रहा है. सौरव गांगुली ने हमेशा अपनी आक्रामक पारी की वजह से वनडे क्रिकेट में बड़ा प्रभाव डाला, लेकिन भारतीय क्रिकेट में राहुल द्रविड़ का प्रभाव शायद किसी से भी ज्यादा है.’
गंभीर ने कहा, 'एक क्रिकेटर के तौर पर देखें तो आपने द्रविड़ से टेस्ट क्रिकेट में ओपन करने के लिए कहा, उन्होंने किया. आपने उनसे तीन नंबर पर बल्लेबाजी करने को कहा तो उन्होंने किया. आपने उनसे विकेटकीपिंग करने के लिए कहा, उन्होंने किया. आपने उनसे फिनिशर के रूप में खेलने को कहा, उन्होंने वो भी किया. उन्होंने हर वो चीज की जो उनसे कही गई, इसलिए वो एक परफेक्ट रोल मॉडल हैं. मेरे हिसाब से उनका प्रभाव काफी ज्यादा था.'
गंभीर ने कहा, ‘आप वास्तव में सचिन तेंदुलकर जैसे किसी खिलाड़ी के साथ उनके प्रभाव की तुलना कर सकते हैं. उन्होंने पूरा जीवन सचिन की छाया में क्रिकेट खेली, लेकिन प्रभाव के मामले में वो उनके बराबर थे.' बता दें कि शानदार बल्लेबाज के अलावा द्रविड़ बेहतरीन फील्डर और विकेटकीपर भी थे.
राहुल द्रविड़ ने विकेटकीपर के तौर पर 1999 से 2004 तक 73 मैचों में 85 बल्लेबाजों को आउट किया. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में फील्डर के रूप में सर्वाधिक कैच लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया, जिसमें 164 मैचों में 210 कैच लिए. द्रविड़ ने भारत के लिए 79 वनडे मैचों कप्तानी की जिसमें से टीम को 42 में जीत मिली इसमें लगातार 14 मैच जीतने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है.
द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया. द्रविड़ ने भारत के लिए 164 टेस्ट में 13288 रन और 344 वनडे में 10889 रन बनाए.
द्रविड़ 2016 से 2019 तक भारत के अंडर -19 और ए टीमों के लिए मुख्य कोच थे और अब वह बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में क्रिकेट संचालन के निदेशक हैं.