भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें जब भी क्रिकेट के मैदान पर भिड़ती हैं, तो बात सिर्फ गेंद और बल्ले की नहीं होती. मामूली तू-तू मैं-मैं से लेकर बड़े विवाद अकसर ही सुर्खियों का हिस्सा बन जाते हैं. इन विवादों ने दोनों देशों के बीच की प्रतिस्पर्धा का रोमांच बढ़ाया है.
साल 2004 में भारतीय टीम जब ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर गई थी तब कंगारू ओपनर मैथ्यू हेडन ने भारत के विकेटकीपर पार्थिव पटेल को मुंह पर घूंसा मारने की धमकी दी थी.
साल 2003-04 के ऑस्ट्रेलिया के दौरे को लेकर पार्थिव पटेल ने खुलासा किया कि 'मैं ब्रिस्बेन टेस्ट में ड्रिंक्स लेकर जा रहा था. इरफान पठान इस मैच में मैथ्यू हेडन को आउट कर चुके थे. मैथ्यू हेडन पहले ही शतक बना चुके थे. जब मैच काफी मुश्किल स्थिति में था तभी इरफान ने उनको आउट कर दिया. मैं उनके बगल से गुजर रहा था और मैंने उनके पास जाकर हू-हू किया था.'
पार्थिव पटेल ने बताया कि मैथ्यू हेडन इस बात से मुझ पर बहुत ज्यादा गुस्सा हो गए. वो ब्रिस्बेन के ड्रेसिंग रूम में खड़े थे जो कसी सुरंग की तरह है. वो वहीं पर खड़े थे.
पार्थिव ने कहा, 'जब मैं वहां पहुंचा तो मैथ्यू हेडन ने मुझसे कहा कि अगर तुमने ऐसा एक बार
फिर किया तो मैं तुम्हारे चेहरे पर जोरदार घूंसा मार दूंगा. फिर मैंने उनको
सॉरी कहा, कुछ देर वहीं खड़ा रहा और फिर चला गया.'
पार्थिव ने कहा, मैथ्यू हेडन ब्रिस्बेन में मुझे पीटना चाहते थे, लेकिन हम इसके बाद दोस्त बन गए. हमने IPL में CSK के साथ काफी क्रिकेट खेला. हमें एक-दूसरे के साथ खेलने में काफी मजा आया. उनके साथ पारी की शुरुआत करना वाकई मजेदार रहा. मैंने ब्रिस्बेन की घटना के बाद हेडन से सुलह कर ली थी.'
इसके अलावा पार्थिव ने 2004 की उस घटना को भी याद किया, जब उन्होंने स्टीव वॉ की स्लेजिंग करने की कोशिश की थी. कंगारू
कप्तान स्टीव वॉ के साथ भी पार्थिव पटेल भिड़ गए थे.
स्टीव वॉ ने साल 2004 में भारत के खिलाफ सिडनी में अपना आखिरी टेस्ट
मैच खेला था. इस मैच में जब वो बल्लेबाजी कर रहे थे तो विकेट के पीछे खड़े
पार्थिव पटेल ने स्लेजिंग का सहारा लिया था.
भारत इस टेस्ट मैच में मजबूत स्थिति में था और ऑस्ट्रेलिया 443 रनों के
लक्ष्य का पीछा कर रहा था. जब स्टीव वॉ बल्लेबाजी कर रहे थे तो स्टंप के
पीछे खड़े पार्थिव पटेल ने वॉ की खिंचाई करने की कोशिश की और कहा कि 'चलो
देखते हैं कि आप अपने सबसे फेमस शॉट स्लॉग स्वीप को खेल सकते हैं या मिस
करते हैं.'
ऐसा सुनकर स्टीव वॉ ने पार्थिव पटेल से कहा कि 'थोड़ा सा सम्मान भी दिखाओ.
जब तुम नेपी में होते थे तब मैंने अपना पहला टेस्ट मैच खेला था.'
बता दें कि इस टेस्ट मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला
किया और पहली पारी में सचिन तेंदुलकर के नाबाद 241 रनों की बदौलत 7 विकेट
पर 705 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया. इसके बाद अनिल कुंबले की शानदार
गेंदबाजी से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 474 रनों पर समेट दिया.
दूसरी पारी में भारत ने 2 विकेट पर 211 रन बनाए और पारी घोषित कर दी. साथ
ही ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 443 रनों का लक्ष्य दिया. जवाब में
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 6 विकेट पर 357 रन बनाए और मैच ड्रॉ हो गया. इस मैच
में स्टीव वॉ ने पहली पारी में 40 रन और दूसरी पारी में 80 रन बनाए थे.