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खेल

... सचिन की वो पारियां जिनसे क्रिकेट की दुनिया में मचा था तहलका

aajtak.in
  • 24 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 12:02 PM IST
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अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 24 साल तक राज करने वाले सचिन तेंदुलकर ने 'शतकों का शतक' सहित कीर्तिमानों की झड़ी लगा दी. दुनियाभर के गेंदबाजों को उन्होंने खूब छकाया. फैंस ने उन्हें 'भगवान' का दर्जा दे डाला. सचिन तेंदुलकर आज 47 साल के हो गए. महज 16 वर्ष की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले इस 'छोटे सचिन' ने 40 के हो जाने पर ही अपने बल्ले को आराम दिया.

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सचिन को इसी साल प्रतिष्ठित लॉरियस स्पोर्टिंग मोमेंट अवॉर्ड 2000-2020) से सम्मानित किया गया. अपने घर में वर्ल्ड कप 2011 जीतने के बाद सचिन को उनके साथियों ने कंधों पर उठा लिया था, जिसे पिछले 20 वर्षों में 'लॉरियस सर्वश्रेष्ठ खेल क्षण' माना गया.

सचिन के जन्मदिन के मौके पर नजर डालते हैं सचिन की उन पारियों पर, जिन्हें यादकर आज भी उनके फैंस वाह-वाह कर उठते हैं.

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1. 22 अप्रैल, 1998 - शारजाह
सचिन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 131 गेंदों में 143 रनों की अविस्मरणीय पारी खेली थी. हालांकि भारत ने वह मैच गंवाया था. दरअसल, धूल भरी आंधी की वजह से खेल में बाधा आई, जिससे भारत को 46 ओवरों में जीत के लिए 276 रनों का लक्ष्य दिया गया, जबकि शारजाह कप के फाइनल में जगह बनाने के लिए 237 रन निर्धारित किए गए. आखिरकार सचिन की बेहतरीन पारी की बदौलत भारत 250/5 रनों तक पहुंचा और न्यूजीलैंड को पछाड़कर फाइनल में जगह बना ली.  

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2. 1 मार्च, 2003 - सेंचुरियन
वर्ल्ड कप के दौरान सेंचुरियन में सचिन तेंदुलकर ने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ 274 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 75 गेंदों में 98 रनों की बेशकीमती पारी खेली थी. इस दौरान उन्होंने शोएब अख्तर की खूब खबर ली थी. उनकी गेंद पर अपर कट से लगाया गया छक्का आज भी याद किया जाता है. सचिन की पारी की बदौलत भारत ने 26 गेंदें शेष रहते वह मैच 6 विकेट से जीत लिया था.

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3. 28-31 जनवरी, 1999 - चेन्नई
लगभग एक दशक में पाकिस्तान का भारत का पहला दौरा था. चेन्नई टेस्ट में सचिन तेंदुलकर को सकलैन मुश्ताक ने पहली पारी में शून्य पर चलता किया था. मैच के चौथे दिन जीत के लिए 271 रनों का पीछा करते हुए भारत ने 82 रनों पर 5 विकेट गंवा दिए थे. सचिन ने खुद को बचाए रखा और 136 रनों की बेहतरीन पारी खेली. उन्होंने नयन मोंगिया के साथ 136 रनों की पार्टनरशिप कर भारत को जीत के द्वार तक पहुंचाया. हालांकि भारत के पुछल्ले कुछ नहीं कर पाए और पारी 258 रनों पर सिमट गई. 12 रनों से हार के बावजूद सचिन की बल्लेबाजी यादगार रही.   

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4. 24 फरवरी, 2010 - ग्वालियर
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सचिन तेंदुलकर ने वो करिश्मा कर दिखाया, जिसके बारे में किसी ने सोचा न होगा. सचिन ने वनडे इतिहास का पहला दोहरा शतक जमाया. सचिन ने सिर्फ 147 गेंदों में 25 चौके और 3 छक्कों की मदद से नाबाद 200 रन बनाए. इसके करीब दो साल बाद ही वीरेंद्र सहवाग (219 रन) ने सचिन के इस कीर्तिमान की बराबरी की.

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5. 27 मार्च, 1994 - ऑकलैंड
सचिन को वनडे करियर के 70वें मैच में ओपनिंग का मौका मिला.न्यूजीलैंड के खिलाफ चार वनडे मैचों की सीरीज के दूसरे मैच में सचिन ने ओपनिंग की. ऑकलैंड में उन्होंने 49 गेंदों पर 82 रनों की धुआंधार पारी खेली, जिसमें उनके 15 चौके और दो छक्के शामिल थे. इसी पारी के बाद वह ओपनिंग के उस्ताद बन गए. सचिन के वनडे करियर के कुल 49 में से 45 शतक ओपनिंग करते हुए आए.

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6. 24 अप्रैल, 1998 - शारजाह
सचिन ने अपने जन्मदिन के मौके पर यादगार शतक जमाया था. शारजाह में त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में सचिन ने 273 रनों के टारगेट के आगे 134 रनों की जोरदार पारी खेलकर भारत को चैम्पियन बनाया था. इसी पारी के बाद कंगारू कप्तान स्टीव वॉ ने स्वीकार किया था कि सर ब्रैडमैन के बाद सचिन क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाज हैं... और ऐसे बल्लेबाज से हार जाने में शर्म नहीं महसूस होती.  

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9-14 अगस्त, 1990 - मैनचेस्टर
सचिन ने 17 साल 107 दिन की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में शतक (नाबाद 119 रन, मैनचेस्टर टेस्ट) जमाने का कारनामा किया था. तब वह पाकिस्तान के मुश्ताक मोहम्मद (17 साल 78 दिन) के बाद सबसे कम उम्र में टेस्ट शतक जमाने वाले दूसरे क्रिकेटर थे. छठे नंबर पर उतरे सचिन ने अपने शतकों का सिलसिला शुरू किया. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपनी उस शतकीय पारी से मैच बचाया था. 183 रनों पर 6 विकेट गिरने के बाद मनोज प्रभाकर के साथ उन्होंने 160 रनों की अटूट भागीदारी कर सुर्खियां बटोरी थीं.   

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