पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान शाहिद आफरीदी एक बार फिर सोशल मीडिया पर सुर्खिंयों में हैं. आफरीदी ने हाल ही में बलूचिस्तान का दौरा किया.
शाहिद आफरीदी का कहना है कि बलूचिस्तान में क्रिकेट अकादमी खोली जाएगी, जिससे यहां के टैलेंटेड क्रिकेटरों को कराची भेजा जाएगा.
पाकिस्तान के एक पत्रकार ने शाहिद आफरीदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जहां वह बलूचिस्तान के लोगों की मदद की बात कह रहे हैं.
शाहिद आफरीदी ने कहा कि बलूचिस्तान के लोगों में काफी टैलेंट है, चाहे वह फुटबॉल हो या क्रिकेट हो. लेकिन दिक्कत ये है कि यहां के लोगों को पाकिस्तान टीम में जगह नहीं मिल पाती. ऐसा इसलिए क्योंकि यहां सुविधाओं की कमी है.
शाहिद आफरीदी ने कहा कि बलूचिस्तान के लोगों की मदद के लिए वह तैयार हैं और टैलेंटेड खिलाड़ियों को निखार कर अपने साथ कराची ले जाएंगे. शाहिद आफरीदी ने कहा कि वह बलूचिस्तान के लोगों को क्रिकेट के टिप्स के साथ-साथ पढ़ाई में भी मदद करेंगे.
लेकिन, शाहिद आफरीदी का यह दांव उन पर भारी पड़ गया और सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें निशाने पर ले लिया.
आफरीदी के इस बयान के बाद ट्विटर पर एक शख्स ने कहा कि बलूचिस्तान तुम्हारे और तुम्हारे पीएम की तरह किसी भिखारी के लिए नहीं खेलना चाहता. वे आजादी चाहते हैं और जल्द ही उन्हें आजादी मिल जाएगी.
बता दें कि इससे पहले शाहिद अफरीदी ने PCB से अपील की थी कि पाकिस्तान सुपर लीग के लिए कश्मीर के नाम पर एक क्रिकेट टीम की फ्रेंचाइजी को शामिल कर कश्मीर की मदद करें. शाहिद अफरीदी ने बतौर कप्तान इस टीम की अगुवाई करने की भी बात कही थी.
आफरीदी ने पिछले महीने कश्मीर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ
विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद पूर्व भारतीय खिलाड़ियों युवराज सिंह और
हरभजन सिंह ने उनसे संबंध तोड़ लिया था.
शाहिद अफरीदी ने कहा था कि कोरोना से बड़ी बीमारी मोदी के दिल और
दिमाग में हैं और वह बीमारी मजहब की बीमारी है. उस बीमारी को लेकर वह
सियासत कर रहे हैं और हमारे कश्मीर कश्मीरी भाई-बहनों और बुजुर्गों के साथ
जुल्म कर रहे हैं. उन्हें इसका जवाब देना होगा.