पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर अजहर महमूद ने शाहिद आफरीदी के विस्फोटक अवतार के पीछे भारत के पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का हाथ बताया है.
अजहर महमूद ने उस मैच को याद किया है, जिसमें शाहिद आफरीदी ने अपने बल्ले से कोहराम मचा दिया था. यह अफरीदी का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का दूसरा ही मैच था.
अजहर महमूद ने इसके पीछे शाहिद आफरीदी की किस्मत भी बताई, क्योंकि चार
टीमों के उस टूर्नामेंट में लेग स्पिनर मुश्ताक अहमद चोटिल हो गए थे और
इसलिए शाहिद आफरीदी को पाकिस्तानी टीम में जगह मिली थी.
महमूद ने विजडन के द ग्रेटेस्ट राइवलरी पोडकास्ट में कहा, 'आफरीदी ने 1996 में नैरोबी में सहारा कप के बाद डेब्यू किया था, जहां मैंने डेब्यू किया था.'
महमूद ने कहा, 'उस सीरीज में मुश्ताक अहमद चोटिल हो गए थे और आफरीदी वेस्टइंडीज के दौरे पर गई पाकिस्तान-ए टीम का हिस्सा थे. मुश्ताक के चोटिल होने के बाद आफरीदी को टीम में जगह मिली.'
महमूद 1996 में केसीए के सौ साल पूरे हो जाने के मौके पर आयोजित कराए गए टूर्नामेंट की बात कर रहे थे, जिसमें पाकिस्तान, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका और केन्या की टीमें थीं. इस टूर्नामेंट के सभी मैच नैरोबी में खेले गए थे. उन्होंने इस सीरीज में आफरीदी की श्रीलंका के खिलाफ खेली गई 40 गेंदों पर 102 रनों की पारी को याद किया.
आफरीदी ने इस मैच में अपना शतक 37 गेंदों पर ही पूरा कर लिया था और लंबे समय तक वनडे में सबसे कम गेंदों पर बनाए गए शतक के तौर पर रिकॉर्ड बुक में रहा जिसे बाद में कोरी एंडरसन ने तोड़ा.
एंडरसन के रिकॉर्ड को एबी डिविलियर्स ने तोड़ा. एंडरसन ने 36 गेंदों पर शतक लगाया था तो डिविलियर्स ने 31 गेंदों पर.
महमूद ने कहा, 'उन दिनों श्रीलंका के दो सलामी बल्लेबाज सनथ जयसूर्या और विकेटकीपर रमेश कालूवितरणा शुरू से ही आक्रमण किया करते थे. इसलिए हमने सोचा कि हमें नंबर-3 पर इसी तरह की बल्लेबाजी करने वाला बल्लेबाज चाहिए.'
महमूद ने कहा, 'आफरीदी और मुझसे वसीम अकरम ने कहा कि तुम लोग नेट्स में जाओ और तेज खेल. मैं समझदारी से खेल रहा था और आफरीदी स्पिनरों को मार रहे थे, वह नेट्स में हर किसी को मार रहे थे.'
महमूद ने कहा, 'अगले दिन हमारा श्रीलंका के खिलाफ मैच था और वसीम अकरम ने कहा कि आफरीदी तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे. मुझे लगता है कि वकार यूनुस, सचिन तेंदुलकर से बल्ला लेकर आए थे.'
आफरीदी ने महान बल्लेबाज तेंदुलकर के बल्ले का उपयोग किया और शतक बनाया और वह बल्लेबाज बन गए. मुख्यत: वह एक गेंदबाज थे जो बल्लेबाजी कर सकते थे, लेकिन अंत में उनका करियर शानदार रहा.