भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और BCCI के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा है कि उनकी कप्तानी वाली जिस टीम ने 2002 में नेटवेस्ट सीरीज में ऐतिहासिक जीत हासिल की थी उसके बाद टीम आपे से बाहर हो गई थी.
भारत ने 13 जुलाई 2002 को गांगुली की कप्तानी में इंग्लैंड के रखे गए 326 रनों के लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल किया था और जीत दर्ज की थी.
इस मैच में मोहम्मद कैफ ने नाबाद 87 और युवराज सिंह ने 69 रनों की पारी खेली थी. दोनों ने अहम समय पर बेहतरीन साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई थी.
बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष ने टेस्ट टीम के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के साथ बात करते हुए कहा, 'वो शानदार पल था. हम आपे से बाहर हो गए थे, लेकिन यही खेल है. जब आप इस तरह के मैच जीतते हो तो आप ज्यादा जश्न मनाते हो. वो महान मैचों में से एक है जिसका मैं हिस्सा रहा.'
गांगुली से जब 2003 विश्व कप के फाइनल को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'दोनों मैचों की अपनी-अपनी जगह है. विश्व कप फाइनल का भी अलग स्थान है. हमें ऑस्ट्रेलिया ने बुरी तरह से हरा दिया था. वो इस पीढ़ी की सर्वश्रेष्ठ टीम थी.'
गांगुली ने कहा, 'नेटवेस्ट का अपना अलग स्थान है. आप इंग्लैंड में शनिवार को लॉर्ड्स में मैच जीतते हो. खचाखच भरे स्टेडियम में जीतना शानदार एहसास था.' बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा, 'विश्व कप फाइनल-2019 वहां हुआ था और मैं वहां कमेंट्री कर रहा था. वो अविश्वसनीय था.'