लॉकडाउन के बाद जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी होगी, तब मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के कुछ रिकॉर्ड भारतीय कप्तान विराट कोहली के निशाने पर होंगे.
सचिन के नाम पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक 100 शतक लगाने का विश्व रिकॉर्ड है, जिससे कोहली (70 शतक) अभी काफी पीछे हैं.
लेकिन सचिन के वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 49 शतकों से कोहली ज्यादा दूर नहीं हैं. और अगर क्रिकेट मैच सुचारु रूप से चलते हैं, तो वह अगले साल इस रिकॉर्ड को अपने नाम पर कर सकते हैं.
कोहली ने अभी वनडे में 43 शतक लगाए हैं और सचिन की बराबरी के लिए उन्हें केवल छह शतकों की जरूरत है. उन्हें भारतीय सरजमीं पर सर्वाधिक वनडे शतक के तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी करने के लिए हालांकि केवल एक शतक की दरकार है. तेंदुलकर ने घरेलू धरती पर 20, जबकि कोहली ने 19 शतक ठोके हैं.
खेलों की वापसी पर सचिन के जिस वनडे रिकॉर्ड को कोहली सबसे पहले तोड़ सकते हैं वह है सबसे कम पारियों में 12,000 रन पूरा करने का.
तेंदुलकर ने 300 पारियों में, जबकि ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग ने 314 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी. कोहली ने अब तक 248 मैचों की 239 पारियों में 11,867 रन बनाए हैं और वह 12,000 के आंकड़े से केवल 133 रन पीछे हैं.
गौरतलब है कि वनडे में सबसे कम पारियों में 8,000, 9,000, 10,000 और 11,000 रन बनाने का रिकॉर्ड भी कोहली नाम पर है. उन्होंने 10,000 और 11,000 रन के मामले में तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा था.
भारतीय टीम अगर टेस्ट सीरीज के लिए इस साल के आखिर में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर जाती है तो फिर कोहली कंगारुओं के देश में टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन और सर्वाधिक शतक बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन सकते हैं.
तेंदुलकर और कोहली ने अभी ऑस्ट्रेलियाई धरती पर क्रिकेट के लंबे प्रारूप में छह-छह शतक लगाए हैं. तेंदुलकर के नाम पर इस देश में 20 मैचों की 38 पारियों में 1809 रन दर्ज हैं, जबकि कोहली ने 12 टेस्ट की 23 पारियों में 1274 रन बनाए हैं. कोहली इस तरह से तेंदुलकर से 535 रन पीछे हैं.