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गृहनगर लुइसविले पहुंचा बॉक्सर मोहम्मद अली का पार्थिव शरीर

अली के परिवार के सदस्य गुरुवार को लुइसविले में उन्हें अंतिम विदाई देंगे, जिसमें करीबी मित्र और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भी शामिल होंगे. इसके बाद शुक्रवार को लुइसविले में उनकी शवयात्रा निकाली जाएगी और फिर केव हिल कब्रगाह में उन्हें दफन किया जाएगा.

लोग दे रहे हैं मोहम्मद अली को श्रद्धांजलि लोग दे रहे हैं मोहम्मद अली को श्रद्धांजलि
सूरज पांडेय/IANS
  • लुइसविले, अमेरिका,
  • 06 जून 2016,
  • अपडेटेड 2:06 PM IST

दिवंगत बॉक्सिंग दिग्गज मोहम्मद अली का पार्थिव शरीर रविवार को केंटकी स्थित उनके गृहनगर लुइसविले लाया गया. यहां शुक्रवार को शवयात्रा निकाली जाएगी और उनकी याद में शोकसभा का आयोजन किया जाएगा.

बिल क्लिंटन भी होंगे शामिल
इससे पहले अली के परिवार के सदस्य गुरुवार को लुइसविले में उन्हें अंतिम विदाई देंगे, जिसमें करीबी मित्र और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भी शामिल होंगे. इसके बाद शुक्रवार को लुइसविले में उनकी शवयात्रा निकाली जाएगी और फिर केव हिल कब्रगाह में उन्हें दफन किया जाएगा.

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निजी होगी दफनाने की प्रक्रिया
दफनाने की प्रक्रिया निजी स्तर पर की जाएगी. इस दौरान केवल परिवार के सदस्य, क्लिंटन, कॉमेडियन बिले क्रिस्टल तथा पत्रकार ब्रेयांट गुम्बेल मौजूद रहेंगे. लुइसविले के मेयर ग्रेग फिशर ने कहा, 'अली घर आ गए हैं.'

आधा झुका है अमेरिकी राष्ट्रध्वज
आपको बता दें कि मुक्केबाजी में तीन बार हैवीवेट वर्ल्ड चैम्पियनशिप का खिताब अपने नाम कर चुके अली पार्किंसन बीमारी से ग्रस्त थे और उन्होंने एरिजोना के फीनिक्स इलाके में स्थित एक अस्पताल में अमेरिकी समयानुसार शुक्रवार को अंतिम सांस ली. वह 74 साल के थे. उनकी मौत के बाद उनके गृहनगर में अमेरिकी राष्ट्रध्वज आधा झुका दिया गया है. लुइसविले के मेयर ने अली को दफनाने तक राष्ट्रध्वज आधा झुकाए रखने का आदेश दिया है.

टीवी पर होगा सीधा प्रसारण
उनके अंतिम संस्कार व शवयात्रा का टीवी पर सीधा प्रसारण किया जाएगा. गौरतलब है कि अली ने इस्लाम कबूल कर लिया था. इसलिए उनका अंतिम संस्कार उनकी इच्छा के अनुसार इस्लामिक रीति-रिवाजों से किया जाएगा. बॉक्सिंग से इतर वह नागरिक अधिकारों के पक्ष में आवाज बुलंद करने के लिए भी जाने जाते हैं.

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इसके लिए उन्हें 1960 के दशक में परेशानियां भी झेलनी पड़ी. उन्होंने धर्म, सामाजिक स्थिति तथा रंग के आधार पर बिना किसी भेदभाव के सभी के लिए समानता के अधिकारों की मांग की.

लोगों के असली हीरो थे अली
दिवंगत महानतम मुक्केबाज के परिवार के प्रवक्ता बॉब गुनेल ने कहा, 'अली सही मायने में लोगों के हीरो थे. अली का बेहतरीन मुक्केबाजी करियर उनके जीवन का आधा हिस्सा था, बाकी का आधा हिस्सा दुनिया के लोगों के साथ संदेश साझा करने में गुजरा.'

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