
टीम इंडिया के वनडे और टी20 कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भारत शनिवार और रविवार को फ्लोरिडा के लॉडरहिल में वर्ल्ड चैंपियन वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टी20 मैचों की सीरीज खेलने जा रहा है. न केवल यह दो बड़ी टीमों के बीच मुकाबला है बल्कि इसके नतीजे भारतीय टीम के सफलतम कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की दशा दिशा भी तय करने वाले हो सकते हैं.
आंकड़े गवाह हैं कि महेंद्र सिंह धोनी वनडे, टी20 और टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे सफल कप्तान रहे हैं. उनकी कप्तानी के कौशल पर क्रिकेट के किसी भी जानकार को कोई भी शंका भी नहीं है. लेकिन पिछले कुछ दिनों से कई पूर्व क्रिकेटरों और क्रिकेट के जानकारों ने विराट कोहली को ही सभी फॉर्मेट की कप्तानी देने की मांग उठा रखी है. ऐसे में इस सीरीज में मिली हार उनकी कप्तानी पर और भारी पड़ सकती है.
वेस्टइंडीज का पलड़ा हल्का भारी
वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में 2-3 से पीछे है. दोनों टीमों के बीच अब तक पांच मुकाबले हुए हैं जिनमें से टीम इंडिया को केवल दो मैचों में जीत मिली है. निश्चित ही यह अंतर बहुत बड़ा नहीं है जिससे डरा जा सके लेकिन इसी साल वर्ल्ड टी20 के सेमीफाइनल में मिली हार की टीस अब तक सालती रही है. ऐसे में यह टीम इंडिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि वो दोनों ही मुकाबले में जीत दर्ज करे.
...लेकिन जीतना आसान नहीं
वैसे इस साल भारत ने अब तक 19 टी20 मुकाबले खेले हैं जिनमें से 15 में उसे जीत भी मिली है. टी20 क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका जैसी टीमों को हराया, एशिया कप टूर्नामेंट अपने नाम किया और वर्ल्ड टी20 के सेमीफाइनल में पहुंचा. यानी आंकड़ों के लिहाज से भारत का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है. साथ ही जिस डेरेन सैमी की कप्तानी में वेस्टइंडीज ने वर्ल्ड टी20 का ताज जीता था उसे वेस्टइंडीज बोर्ड ने हटाकर फाइनल में लगातार चार छक्के जड़ने वाले कार्लोस ब्रैथवेट को टीम की बागडोर सौंपी है और यहां पहली बार उनके नेतृत्व में टीम खेलने उतरेगी. धोनी खुद अपनी कप्तानी के लिए दिग्गजों द्वारा हमेशा सराहे जाते रहे हैं और उनके सामने अनुभवहीन कप्तानी होना सीरीज शुरू होने से पहले ही उन्हें कई कोस आगे खड़ा कर देता है. लिहाजा भारतीय टीम को हराना भी वर्ल्ड चैंपियन के लिए आसान नहीं होगा.
फिर होगा गेल vs कोहली मुकाबला
वेस्टइंडीज की टीम को दो वर्ल्ड टी20 दिला चुके डेरेन सैमी की गैरमौजूदगी निश्चित ही खलेगी लेकिन क्रिस गेल और मर्लन सैमुअल्स, कीरोन पोलार्ड, ड्वेन ब्रावो, लैंडल सिमंस सरीखे विस्फोटक क्रिकेटर्स की मौजूदगी निश्चित रूप से वर्ल्ड चैंपियन टीम के प्रदर्शन को फीका नहीं होने देगी. भारतीय टीम के पास जबरदस्त फॉर्म में चल रहे विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह जैसे क्रिकेटर हैं तो खुद कप्तान धोनी की ख्याति छोटे फॉर्मेट के सबसे बड़े फिनिशर के तौर पर है. ऐसे में मुकाबला कांटे का होगा यह मानना निरर्थक नहीं होगा.
जीते तो नंबर वन, हारे तो लुढ़केंगे
टीम इंडिया अगर वर्ल्ड चैंपियन को 2-0 से हराने में कामयाब रही तो एक बार फिर आईसीसी टी20 रैंकिंग में नंबर वन के पोजिशन पर पहुंच जाएगी. हालांकि उसे यहां पर यह कुर्सी कीवियों के साथ शेयर करनी पड़ेगी. लेकिन भारत अगर यह सीरीज 0-2 से गंवा बैठा तो आईसीसी रैंकिंग में नंबर-2 के पोजिशन से भी हाथ धोना पड़ेगा. फिलहाल 128 अंकों के साथ भारत दूसरे जबकि 122 अंकों के साथ वर्ल्ड चैंपियन वेस्टइंडीज तीसरे नंबर पर है. इस लिस्ट में 132 अंकों के साथ टॉप पर कीवी टीम बैठी है. हालांकि 1-1 से सीरीज के बराबर रहने की स्थिति में दोनों ही टीमों की रैंकिंग में कोई बदलाव नहीं होगा.
क्या बोलते हैं कप्तान धोनी के रिकॉर्ड?
धोनी की कप्तानी का रिकॉर्ड बोलता है कि वो दुनियाभर के तमाम कप्तानों से कहीं अधिक टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में टीम की कप्तानी कर चुके हैं. जहां धोनी ने 70 मैचों में टीम की अगुवाई की है वहीं उनके बाद आयरलैंड के पोर्टरफील्ड (48) और वेस्टइंडीज के वर्ल्ड कप विजेता डेरेन सैमी (47) क्रमशः नंबर दो और तीन पर यानी कहीं पीछे खड़े हैं. साथ ही 35 से अधिक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में टीम की बागडोर संभालने वालों में धोनी सबसे सफल कप्तान रहे हैं. उन्होंने 42 मैचों में भारत को जीत दिलाई है. यानी 60 फीसदी मैच जीतने वाले धोनी के रिकॉर्ड को टी20 जैसी प्रतिस्पर्धा में बहुत अच्छा कहा जाएगा क्योंकि यहां छोटी टीमें भी बड़े बड़ों के छक्के छुड़ा देती हैं.
अब सवाल यह उठता है कि इतना सब कुछ होने के बाद अगर टीम 0-2 से हार जाती है तो क्या धोनी की कप्तानी पर गाज गिरेगी? क्रिकेट के हुक्मरान तो चाहते हैं कि टीम के सभी फॉर्मेट की बागडोर विराट के हाथों में आ जाए लेकिन साथ ही कई दिग्गजों का यह भी मानना है कि धोनी को खुद इस निर्णय पर पहुंचना चाहिए कि वो कब रिटायरमेंट लेंगे. धोनी भी बखूबी इसे समझते हैं और वेस्टइंडीज से हारने की सूरत में वो अक्टूबर में न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले पांच वनडे मैचों की सीरीज में आखिरी बार टीम इंडिया की कप्तानी संभालते दिखें तो हैरानी नहीं होगी.