
बिहार के दरभंगा जिला के बहेरी थाना क्षेत्र में सड़क निर्माण में लगी एक निजी कंपनी के दो इंजीनियरों की कल गोली मारकर हत्या करने के मामले में अब तक 12 लोगों को हिरासत में लिए जाने और बेहरी थाना प्रभारी को निलंबित कर दिये जाने के साथ विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के महानिरीक्षक सुशील खोपडे ने आज दरभंगा पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी.
एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक शिवदीप लांडे के साथ मामले की जांच के लिए दरभंगा पहुंचे सुशील ने पत्रकारों को बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि इस घटना को प्रतिबंधित संगठन बिहार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा अंजाम दिया गया है क्योंकि घटनास्थल से इस संगठन का एक पर्चा बरामद हुआ है.
घटनास्थल से कल पुलिस ने एके 47 राईफल का 12 खोखा, देशी कट्टा के खोखा तथा एक पर्चा बरामद किया है जिस पर धमकी भरी बातें एवं बिहार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सरगना विकास झा और मुकेश पाठक जिंदाबाद लिखा था. सुशील ने बताया कि इस मामले को लेकर एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक शिवदीप लांडे दरभंगा में कैंप किए हुए हैं तथा इसमें संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी के लिए दरभंगा सहित पडोसी जिलों मुजफ्फरपुर और सीतामढी में एसटीएफ की टीम द्वारा छापेमारी की जा रही है. दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्षक ए के सत्यार्थी इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में बहेरा थाना प्रभारी रामाशंकर सिंह को कल देर रात्रि निलंबित कर दिया.
राज्य उच्च पथ 88 पर समस्तीपुर जिला के वरनापुल से दरभंगा के कुशेश्वर स्थान के रसियारी गांव के बीच सड़क निर्माण कार्य में लगी निजी कंपनियों बीएनसी और सीएनसी से लेवी (अवैध राशि) की छह दिनों पूर्व मांग किए जाने पर वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर बहेरी थाना प्रभारी द्वारा पांच सुरक्षा गार्डो के कैंप कार्यालय में तैनाती की गयी थी, पर घटना के एक दिन पूर्व बिना सूचित किए ये सुरक्षा गार्ड वापस लौट गए थे जिसके बाद कल यह घटना घटी.
दरभंगा-कुशेश्वर स्थान उच्च पथ पर शिवम चौक के समीप दो मोटरसाइकिल पर सवार अपराधियों द्वारा कल की गयी अंधाधुंध गोलीबारी में इन कंपनियों के दो इंजीनियरों रोहतास जिला के डेहरी थाना क्षेत्र निवासी ब्रजेश कुमार और बेगूसराय जिला निवासी मुकेश कुमार की मौत हो गयी थी.