
कालका-शिमला रेल लाइन पर पर्यटकों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए रेल प्रशासन ने शुक्रवार को इस लाइन पर 2 खास ट्रेनें उतार दीं. एक अधिकारी ने बताया कि इससे पर्यटकों की आवाजाही की समस्या से निजात मिला. अब इन ट्रेनों को रोज चलाने का फैसला किया गया है.
अधिकारी ने बताया, 'इन अतिरिक्त ट्रेनों को कालका-शिमला लाइन पर रोज चलाया जाएगा. ये ट्रेनें क्रिसमस और न्यू ईयर की पूर्व संध्या पर पर्यटकों की भारी संख्या की वजह से होने वाली दिक्कत से निजात दिलाएंगी .'
ये होगा ट्रेनों का समय
अधिकारी ने बताया कि एक ट्रेन कालका से सुबह 6.40 बजे निकलेगी और सुबह 11.40 पर शिमला पहुंचेगी. इसके बाद यह शिमला से दोपहर दो बजे निकलेगी और शाम 6.20 पर कालका पहुंचेगी. इसी तरह, पांच कोच वाली 'हॉलीडे स्पेशल' ट्रेन कालका से सुबह सात बजे निकलेगी और दोपहर 12.10 पर शिमला पहुंचेगी, जिसके बाद यही ट्रेन शिमला से दिन में 3.50 बजे वापसी का सफर करते हुए रात को 9.10 पर कालका पहुंचेगी. कालका-शिमला रेल लाइन पर इस तरह पांच ट्रेनें दौड़ेंगी. आम तौर पर एक ट्रेन को कालका से शिमला का सफर तय करने में पांच घंटे का समय लगता है.
टॉय ट्रेन का इतिहास
कालका-शिमला रेल लाइन का निर्माण ब्रिटिश शासन ने 1903 में किया था. इसके निर्माण का उद्देश्य यहां यूरोपीय नागरिकों को लाने और यहां से ले जाने के लिए किया था. लॉर्ड कर्जन ने इसका उद्घाटन किया था और 9 नवंबर 1903 को इसे ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया था. शिमला उस वक्त ब्रिटिश भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी थी. यूनेस्को ने इसे 2008 में विश्व धरोहर के रूप में चुना था.
पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र
कालका-शिमला लाइन पर चलने वाली टॉय ट्रेन सालों पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. शिमला आने वाला हर पर्यटक टॉय ट्रेन से सफर करना नहीं भूलता. इसके चलते ट्रेन में काफी भीड़ होती है और अक्सर टिकट बुक कराने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है. अब दो नई टॉय ट्रेनों से पर्यटकों को आने-जाने की समस्या से निजात मिलेगा.