
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में चुनावी दावेदारी पेश करने वाले कुल 839 उम्मीदवारों में से 168 उम्मीदवार दागी हैं. उम्मीदवारों की ओर से चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में ये जानकारी दी गई है. जिसे यूपी इलेक्शन वॉच और एडीआर ने अपनी एक रिपोर्ट के जरिए उजागर किया है.
दागी उम्मीदवारों के फेहरिस्त में बीजेपी सबसे ऊपर है. बीजेपी के 73 उम्मीदवारों में से 29 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है. यानी बीजेपी की ओर से पहले चरण में घोषित किए गए 40 फीसदी उम्मीदवार दागी हैं.
बीजेपी 'टॉप' पर
बीजेपी के बाद दूसरे नंबर में बीएसपी है जिसके 38 फीसदी उम्मीदवार दागी है. तीसरे स्थान पर राष्ट्रीय लोग दल है जिसके 33 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है . बीएसपी ने पहले चरण की सभी 73 सीटों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान किया है वहीं आरएलडी 57 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
समाजवादी पार्टी के 29 फीसदी उम्मीदवार दागी है. सपा ने यहां 51 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है जिनमें से 15 के खिलाफ केस दर्ज है. कांग्रेस के 24 उम्मीदवारों में से छह के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है जबकि पहले चरण में चुनाव लड़ने वाले 293 निर्दलीय उम्मीदवारों में 38 उम्मीदवार दागियों की लिस्ट में शामिल हैं.
एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक 168 दागी उम्मीदवारों में 147 के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण जैसे संगीन अपराध में मामला दर्ज है. कुल 73 उम्मीदवारों में से बीएसपी के 26, बीजेपी के 22 के खिलाफ गंभीर अपराध में मामला दर्ज है. वहीं आरएलडी के 15 और सपा के 13 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले में केस दर्ज है.
एक ही उम्मीदवार पर 36 केस
एटा की अलीगंज विधानसभा सीट से बीएसपी प्रत्याशी अवध पाल सिंह के खिलाफ 36 मामले दर्ज हैं. जिनमें हत्या, लूट, डकैती, धोखीधड़ी जैसे मामले शामिल हैं.
इसके अलावा कुल उम्मीदवारों में से 48 फीसदी ऐसे हैं जिन्होंने कक्षा पांच से 12वीं तक ही पढ़ाई की है. लिस्ट में 15 अशिक्षित उम्मीदवार भी शामिल हैं. कुल उम्मीदवारों में सिर्फ 8.4 फीसदी महिला उम्मीदवारों को जगह मिल पाई है. पहले चरण में 70 महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं.