
गुजरात कांग्रेस को बृहस्पतिवार को उस समय तगड़ा झटका लगा, जब उसके तीन विधायक पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए. कांग्रेस के तीनों विधायकों ने गुरुवार को गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष रमनलाल वोरा को इस्तीफा सौंप दिया. पहले दो इस्तीफे एक साथ हुए जिसमें बलवंत सिंह राजपूत और तेजश्री पटेल के नाम थे. इसके बाद गुरुवार शाम करीब पांच बजे गुजरात कांग्रेस के विधायक पीआई पटेल ने भी इस्तीफा दे दिया.
राज्यसभा चुनाव की तीन सीट के लिए गुजरात में आठ अगस्त को वोट डाले जाने हैं. ऐसे में यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है. कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा के बाद तीनों विधायक को गुजरात बीजेपी के प्रभारी भूपेन्द्र यादव ने केसरिया पहनाकर भाजपा में शामिल कर लिया. इतना ही नहीं, इसके फौरन बाद बीजेपी दफ्तर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और स्मृति ईरानी की मौजूदगी में बलवंत सिंह राजपूत को राज्यसभा चुनाव में बीजेपी का तीसरा उम्मीदवार बनाने का ऐलान कर दिया गया. माना जा रहा है कि इस चुनाव से पहले कांग्रेस के कई और विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
बृहस्पतिवार को विधानसभा के कांग्रेस के चीफ व्हिप ने बलवंत सिंह राजपूत ने गुजरात विधानसभा के विधायक और कांग्रेस पार्टी दोनों से इस्तीफा दे दिया है. मालूम हो कि बलवंत सिंह राजपूत शंकर सिंह वाघेला के विधायक बेटे महेन्द्र सिंह वाघेला के समधी हैं. इनके साथ ही कांग्रेस की विधायिका तेजश्री पटेल ने भी अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया है. शाम होते-होते एक और विधायक पीआई पटेल के भी इस्तीफे की खबर आ गई. तीनों के इस्तीफे के चलते गुजरात कांग्रेस में भूचाल आ गया है. हालांकि माना ये जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के और 5 विधायक अपना इस्तीफा सौंपेंगे.
हालांकि राजनीतिक संभावना ये जताई जा रही है कि जो शंकर सिंह वाघेला गुट के लोग कांग्रेस में हैं वही लोग 8 अगस्त को होने वाली वोटिंग से पहले अपना इस्तीफा सौंप देंगे. जिसके चलते कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार अहमद पटेल को बहुमत ना मिले.
वाघेला ने जन्मदिन के दिन की बगावत
आपको याद दिला दें कि अभी कुछ दिन पहले ही अपने जन्मदिन के दिन वाघेला ने अपने समर्थकों का जमावड़ा बुलाया था. उसी कार्यक्रम में वाघेला ने खुलासा किया कि उन्हें कांग्रेस ने 24 घंटे पहले ही पार्टी से निकाल दिया था. वाघेला ने कांग्रेस पर करारा हमला बोलते हुए कहा था कि वे आत्मसम्मान से समझौता नहीं कर सकते. गौरतलब है कि वाघेला ने यह भी कहा था कि मैं कहीं भी जा सकता हूं लेकिन बीजेपी में नहीं जाऊंगा. उन्होंने कहा था, "मैंने विपक्ष के नेता के रूप में इस्तीफा दे दिया है राज्यसभा चुनाव के बाद मैं कांग्रेस के विधायक के रूप में भी इस्तीफा दे दूंगा. मुझे कांग्रेस बीजेपी का झंडा नहीं पहनना. किसी पार्टी का झंडा नहीं पहनना."