
इनकम टैक्स अधिकारियों ने तमिलनाडु के मुख्य सचिव पी राम मोहन राव के आवास और अन्य कई जगहों पर छापा डालकर 30 लाख रुपए के नए नोट, पांच किलो सोना और करीब 5 करोड़ की प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद किए हैं. राम मोहन राव के ऑफिस और आवास से करीब 40 संवदेनशील दस्तावेज बरामद किए गए हैं. इसके बाद राज्य सरकार ने उन्हें पद से हटा दिया है. उनकी जगह प्रधान सचिव गिरिजा वैद्यनाथन को राज्य का नया मुख्य सचिव बना दिया गया है.
आयकर विभाग के अधिकारियों ने बुधवार सुबह को राम मोहन राव के आवास, उनके बेटे के आवास और उनके बेटे के ससुर के अवास पर छापा मारा. आयकर विभाग की दो टीमों ने बुधवार को राव के बेटे के ससुर डीके बद्री नरायण के चित्तूर स्थित आवास पर भी छापा मारा. बद्री नारायण चित्तूर के पूर्व सांसद और शराब माफिया दिवंगत आदि केसावुलु नायडू के रिश्तेदार हैं. राव मूलत: प्रकाशम जिले के जारुगुमाली के कलिकिवाया बितरगुंता गांव के हैं.
एक फोन कॉल के आधार पर मिला था सुराग
अखबार डेक्कन क्रॉनिकल के अनुसार एक फोन कॉल के आधार पर आईटी अधिकारियों को मुख्य सचिव के बारे में सुराग मिला. असल में जिस दिन तमिलनाडु में एआईएडीएमके नेता जयललिता का निधन हुआ उसी दिन मुख्य सचिव पी राम मोहन राव ने अपने 'दोस्त' जे शेखर रेड्डी के मोबाइल पर फोन किया. शेखर रेड्डी पीडब्ल्यूडी और सैंड कॉन्ट्रैक्टर है. वैसे तो राव जयललिता के अंतिम संस्कार की व्यवस्था करने में व्यस्त थे, लेकिन इसके बावजूद दोनों के बीच इस पर बात हुई कि रेड्डी के पास मौजूद कैश को किस तरह से ठिकाने लगाया जाए.इनकम टैक्स अधिकारी शेखर रेड्डी के फोन की मॉनिटरिंग कर रहे थे. शेखर रेड्डी की अफसरशाही और राजनीतिक हलकों में काफी पहुंच है और उसके वाहन को तमिलनाडु सचिवालय के भीतर जाने के लिए विशेष पास मिला हुआ है. मुख्य सचिव के अलावा कई अन्य अधिकारी भी रेड्डी के नियमित संपर्क में थे. वह अपने शुभेच्छुओ को काफी उदारता के साथ तिरुपति प्रसादम बांटा करता था.