
पिछले महीने ये खबर आई थी कि 4G से आगे की वायरलेस कम्यूनिकेशन तकनीक को 5G ही कहा जाएगा. इसके नाम और नए अधिकारिक लोगो की घोषणा 3GPP सेल्यूलर स्टैंडर्ड ग्रुप ने की थी. पहले 3GPP ने बस इतनी ही जानकारी दी थी कि 5G IoT फोकस्ड होगा. अब 5G नेटवर्क के लिए (ITU) इंटरनेशनल टेलीकम्यूनिकेशन यूनियन ने गाइडलाइन जारी की है.
ITU की लिस्ट के हिसाब से पिक डेटा रेट, स्पेक्ट्रल इफिसियंसी और टारगेट वैल्यू, डाउनलिंकिंग और अपलिंकिंग के लिए ये होनी चाहिए:
डाउनलिंक पिक डेटा रेट 20GBPSअगर अभी के 4G LTE Cat से तुलना की जाए तो 20GBPS डाउनलोड कैपैसिटी बहुत महत्वपूर्ण है. ITU की रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि IMT-2020 या 5G हर स्क्वायर किलोमीटर पर 1 मिलियन कनेक्टेड डिवाइस को सपोर्ट करे, जो खासकर IoT पर केन्द्रित हो. 5G के लिए जरुरी है कि ये 100 MHz फ्री स्पेक्ट्रम को कैरी करता हो और जहां मुमकिन हो वहां 1GHz तक. साथ ही 5G के लिए एक ऐसा बेस स्टेशन भी होना जरुरी है जो 0kmph से 500kmph वेहिकुलर स्पीड एक्सेस को सपोर्ट करता हो.
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ITU की रिपोर्ट अभी शुरुआती दौर में है इसके नवंबर फाइनल होने की संभावना है, 5G तकनीक के निर्माण प्रक्रिया की शुरुआत से पहले. कुछ कंपनियां जैसे Verizon, AT&T, Intel और Qualcomm ने 5G की टेस्टिंग चालू भी कर दी है. MWC 2017 के दौरान इसमें कुछ नई जानकारी देखने को मिल सकती है.