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केजरीवाल सरकार ने दावा किया कि ऑड-इवन फॉर्मूले को लागू करते हुए 1 से 15 जनवरी के बीच राजधानी की सड़कों पर 6 हजार अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी. दिल्ली में 1 जनवरी से ही ऑड-इवन फॉर्मूला लागू होगा, जो सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक रविवार को छोड़कर बाकी दिन लागू होगा.
50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगी
दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा, '2,000 सीएनजी स्कूल बसों में करीब 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगी. यात्रियों की सहायता के लिए पूछो
एप लॉन्च किया जाएगा, जिसे लोग 25 दिसंबर को अपने स्मार्टफोन पर डाउनलोड कर सकते हैं. उन्होंने कहा, इसलिए राजधानी में पहले से चल रहीं 6,000 डीटीसी और
क्लस्टर बसों के अलावा 6,000 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी.'
डीटीसी तय करेगी रूट
दिल्ली सरकार के सम-विषम योजना की सबसे बड़ी खामी भी यही थी कि राजधानी में पर्याप्त मात्रा सार्वजनिक परिवहन के साधन नहीं थे. गोपाल राय ने कहा कि 2000
सीएनजी स्कूल बसों की 50 फीसदी सेटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी, क्योंकि दिन भर में दो चक्कर लगाने के अलावा ये बसें अमूमन खड़ी ही रहती हैं. दिल्ली
परिवहन निगम इन अतिरिक्त 6,000 बसों के लिए रूट तय करेगा.
पूछो एप होगा लॉन्च
परिवहन मंत्री ने बताया कि यात्रियों के लिए नजदीकी ऑटो-रिक्शा के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए एक मोबाइल एप 'पूछो एप' लॉन्च किया जाएगा. यह एप 25
दिसंबर को लॉन्च किया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली सरकार राजधानी से सटे राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा के लिए चलने वाली स्थानीय ट्रेनों के चक्कर
बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे से भी संपर्क कर रही है.