
दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए सरकार के ऑड-इवन फॉर्मूले पर दखल देने से दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को इंकार कर दिया. अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 23 दिसंबर की तारीख तय की है.
इससे पहले मंगलवार को दिल्ली सरकार इस योजना पर फॉर्मूले के साथ आई थी. इसके अनुसार दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से कारों की संख्या आधी करने के लिए बनाया गया ऑड-इवन कार फॉर्मूला एक जनवरी से लागू हो जाएगा. पहले इसे 15 दिन के लिए ट्रायल पर लागू किया जाएगा.
मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने प्रेजेंटेशन दिया गया जिसके बाद इस पर अमल लाने के लिए गाइडलाइन तय की गई. दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने इसे लागू करने को लेकर औपचारिक घोषणा की.
ये है ट्रायल फॉर्मूला-
-एक जनवरी से लागू किया जाएगा ऑड इवन कार फॉर्मूला
-1 से 15 जनवरी तक फॉर्मूले का ट्रायल चलेगा
-सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक लागू रहेगा फॉर्मूला
-तारीख के हिसाब से ही गाड़ियां चलेंगी
-1, 3, 5 तारीख को ऑड नंबर की गाड़ियां
-2, 4, 6, 8 को इवन नंबर की गाड़ियां चलेंगी
-25 दिसंबर से पहले ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया जाएगा
-सतेंद्र जैन इस योजना के लिए नोडल अधिकारी होंगे.
-15 के बाद समीक्षा होगी और फिर आगे की रूपरेखा बनेगी.
यह भी करेगी दिल्ली सरकार
-करीब 200 जगहों पर प्रदूषण चेक किया जाएगा. नया प्लान आने पर DPCC प्रदूषण के सैंपल इकट्ठे करेगी.
-लोगों को जागरूक करने के लिए वालंटियर रखे जाएंगे.
-सिविल डिफेंस के वालंटियर भी लगाए जाएंगे.
-सभी CNG बसे, स्कूल बसे और निजी बसों की जांच की जाएगी. इनकी तादाद करीब 9000 है. इसके लिए बुधवार को बैठक भी होगी.
-थर्मल पावर प्लांट को सात दिन में बंद करने का नोटिस भी जारी किया गया है.
-अगली रिव्यू मीटिंग 10 दिसंबर को होगी.
दिल्ली में क्या हैं वास्तविक हालात
राष्ट्रीय राजधानी की बात करें तो यहां दिल्ली मेट्रो की कुल 216 ट्रेनें रोज दौड़ती हैं, जिनमें 1,282 कोच हैं. ये ट्रेन हर रोज 2800 ट्रिप लगाते हैं और इनमें करीब 25
लाख यात्री हर दिन सवार होते हैं.
दिल्ली में कितना असरदार होगा बीजिंग मॉडल ?
इसी तरह शहर में फिलहाल कुल 4700 डीटीसी की बसें हैं, जो दिन में 40 हजार ट्रिप लगाती हैं और इनमें 45 लाख लोग सवार होते हैं. दूसरी ओर, दिल्ली में प्राइवेट
कार और जीपों की संख्या 27,08,273 है, जबकि 27,15,297 स्कूटर और 28,61595 मोटरसाइकिल हैं. राजधानी में कमर्शियल गाड़ियों की संख्या 3,56,821 है, जबकि
कुल प्राइवेट गाड़ियों की संख्या 84,75,371 है.