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बाल विवाह का विरोध करने पर 15 साल की छात्रा की बेतहाशा पिटाई, पंचायत का फरमान

आठवीं क्लास की ये छात्रा सोमवार को एक विवाह समारोह में पहुंची. यहां इस लड़की ने देखा कि दुल्हन महज 15 साल की है और दूल्हा भी नाबालिग है. लिहाजा इस बहादुर लड़की ने इस जुल्म के खिलाफ आवाज उठाई.

पिटाई के बाद अस्पताल में भर्ती छात्रा पिटाई के बाद अस्पताल में भर्ती छात्रा
इंद्रजीत कुंडू
  • कोलकाता/मालदा,
  • 19 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 6:58 PM IST

पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में एक नाबालिग छात्रा को बाल विवाह के विरोध की भारी कीमत चुकानी पड़ी. अमिृति पंचायत के तहत नादाबपारा गांव के निबेदिता गर्ल्स हाई स्कूल में आठवीं क्लास की ये छात्रा सोमवार को एक विवाह समारोह में पहुंची. यहां इस लड़की ने देखा कि दुल्हन महज 15 साल की है और दूल्हा भी नाबालिग है. लिहाजा इस बहादुर लड़की ने इस जुल्म के खिलाफ आवाज उठाई.

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आवाज उठाने की सजा
गांव के बड़े-बुजुर्गों को ये विद्रोह रास नहीं आया. गांव के मुखिया ने फौरन पंचायत बुलाई और इस लड़की को शादी में अड़चन डालने का मुजरिम करार दे दिया गया. बतौर सजा उसकी बेतहाशा पिटाई की गई. फिलहाल मालदा मेडिकल कॉलेज में उसका इलाज चल रहा है.

दर्ज हुई मामला
इस लड़की के घरवालों ने गांव के मुखिया पंचू शेख समेत 5 लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है. हालांकि दूल्हे के घरवालों ने इस लड़की के दावों को गलत बताया है. पीड़िता के एक रिश्तेदार के मुताबिक लड़की ने वर-वधू के रिश्तो को गिरफ्तार करवाने की धमकी दी थी. गांव के रसूखदार लोगों को यही बात रास नहीं आई.

अब भी मिल रही धमकियां
पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बावजूद गांव का प्रमुख पीड़ित लड़की के परिवार को धमका रहा है. इस वजह से ये परिवार घर छोड़ने पर मजबूर हो रहा है.

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होगी कड़ी कार्रवाई
दूसरी तरफ, जिला प्रशासन ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है. जिस लड़की-लड़के की शादी हो रही थी उनकी उम्र के सबूत भी घरवालों से मांगे गए हैं.

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