
बंगलुरु में रहने वाले हर्ष चंदक की उम्र 18 साल है और वे भारत के आम किशोर की तरह ही ट्विटर और फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं. जब उनके पिताजी ने उनसे बताया कि अमेरिका की यात्रा कर रहे उनके दादा-दादी दिक्कत में हैं तो उन्होंने इस बात को ट्विटर पर डाला और उनकी समस्या का समाधान हो गया.
हर्ष के दादाजी का नाम गिरधारी चंदक है और वे 77 वर्षीय बुजुर्ग हैं. वे Cathay Pacific फ्लाइट से अमेरिका की यात्रा पर थे और इसी यात्रा के दौरान उन्हें हार्ट अटैक हुआ. उनकी 74 वर्षीय दादी भी उनके साथ थीं और जाहिर तौर पर बहुत परेशान हो रही थीं. उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें?
इधर जब यह जानकारी घर वालों तक पहुंची तो वे भी परेशान हो उठे, लेकिन वे कुछ भी कर पाने में अक्षम थे. तभी हर्ष ने एक ट्वीट किया और लोगों से सहायता मांगी, और ट्विटर की यह गुहार किन्हीं भारतीय दंपति तक पहुंच गई. फ्लाइट की अलास्का में इमर्जेंसी लैंडिंग हुई और सिर्फ एक घंटे के भीतर ही संजय तलवार नामक एक शख्स अपनी पत्नी के साथ हर्ष के दादाजी की मदद के लिए मौजूद थे.
यह खबर तब और भी सुखद हो जाती है जब हमें पता चलता है कि अलास्का में सिर्फ 7 भारतीय परिवार रहते हैं, और इनमें भारतीय-अमेरिकी भी शामिल हैं. हर्ष द्वारा किया गया ट्वीट अमेरिका स्थित इंडियन एंबेसी तक पहुंचा और उन्होंने तात्कालिक रूप से संज्ञान लेते हुए इस मामले में तत्परता बरती. और इस तरह सोशल मीडिया (आभाषी दुनिया) वास्तविक लोगों के काम आया.