
आम आदमी पार्टी (आप) एक बार फिर से दिल्लीे के बाहर निकलने की तैयारी कर रही है. इस बार पार्टी गुजरात विधानसभा चुनाव में उतर सकती है. सूत्रों के मुताबिक ‘आप’ गुजरात में कुछ चुनिंदा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है.
गोपाल राय पहुंचे गुजरात
सूत्रों ने बताया कि पार्टी के गुजरात प्रमुख गोपाल राय राज्य में हैं. उनका स्थानीय नेताओं के साथ मीटिंग का दौर शुरू हो गया है. इसके साथ ही वह पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी मिल रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक इस बार पार्टी गुजरात में कुछ सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है. ऐसे में संभव है कि गोपाल राय इसी की तैयारी के लिए यहां पहुंचे हैं.
AAP ने रखी तीन शर्त
आम आदमी पार्टी ने चुनाव लड़ने के लिये इच्छुक प्रत्याशियों के लिए तीन बातें रखी हैं, जिसमें पहले तो उम्मीदवार का सक्षम होना, जो हर हालात में चुनाव में कड़ी टक्कर दे पाए. तो वहीं दूसरी शर्त है कि उम्मीदवार भष्ट्राचारी ना हो यानी उस पर भष्ट्राचार के आरोप नहीं होने चाहिए. साथ ही तीसरा शर्त है कि उम्मीदवार क्रिमिनल ना हो. यानी साफ सुथरी छवि वाला होना चाहिए.
गुजरात के लिए AAP का नारा
बीजेपी और कांग्रेस के चुनावी नारे के सामने आम आदमी पार्टी का नारा "गुजरात का संकल्प, आप ही खरा विकल्प" के थीम के आधार पर होगा. इसके अलावा 'एक मौका आप को फिर देखो गुजरात को' जो पुराना नारा है वह भी जारी रहेगा.
पार्टी ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर, होगा रोड शो
17 सितम्बर को आम आदमी पार्टी का रोड शो होगा. वहीं आम आदमी पार्टी ने 7818810810 एक हेल्पलाइन नंबर दिया गया है. इस नंबर के जरिए लोग पार्टी को सुझाव और फंड दोनों दे सकते हैं. हालांकि अब भी आम आदमी पार्टी ने ये साफ नहीं किया है कि वो कितनी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े रखेगी.
पंजाब में पार्टी कर चुकी है कोशिश
आम आदमी पार्टी इससे पहले पंजाब विधानसभा चुनाव में भी उतरी थी. लेकिन वहां उसे करारी हार का सामना करना पड़ा. चुनाव से पहले पार्टी का दावा था कि वह विधानसभा की सभी सीटों पर कब्जा कर लेगी, लेकिन आम आदमी पार्टी 20 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई.
ये भी पढ़ें :बवाना उपचुनाव में जीत से AAP गदगद, बीजेपी ने स्वीकारी हार
पार्टी के लिए आसान नहीं होगा गुजरात
गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए जीत हासिल करना काफी चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है. राज्य में फिलहाल भाजपा की सरकार है. यहां पर भाजपा काफी मजबूत स्थिति में है. दूसरी तरफ, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह राज्य भी है. ऐसे में ‘आप’ के लिए यहां चुनावी जंग आसान नहीं होगी.
ये भी पढ़ें : दिल्ली HC से AAP को राहत, पार्टी दफ्तर का आवंटन रद्द करने का LG का फैसला खारिज
चुनिंदा सीटों पर उतरने की ये हो सकती है वजह
आम आदमी पार्टी नहीं चाहेगी कि गुजरात में भी उसका वही हाल हो, जो पंजाब में हुआ. संभव है कि इसलिए ही पार्टी यहां चुनिंदा सीटों पर ही चुनाव लड़ रही है. इन सीटों पर जीत या हार पार्टी को लोगों का मूड समझने में मदद करेगी और इस आधार पर पार्टी राज्यद के लिए अपनी रणनीति तैयार कर सकती है.