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दिल्ली सरकार ने आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स का मानदेय बढ़ाने के फैसले पर शनिवार को मुहर लगा दी है. कैबिनेट बैठक में मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही एलजी को फाइल भेजी जाएगी. हालांकि सीएम अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर धरने पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सरकार के फैसले से संतुष्ट नहीं है और हड़ताल जारी रखने की बात कर रहे हैं. सीएम आवास पर धरना दे रहे आंगनबाड़ी संगठन ने सोमवार को सरकार के खिलाफ, रामलीला मैदान से जंतर-मंतर तक महारैली करने का ऐलान भी किया है.
निरीक्षण के दौरान सामने आई सच्चाई
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को जैसे ही आंगनबाड़ी वर्कर्स का मानदेय बढ़ाने की जानकारी ट्विटर पर दी. वैसे ही डिप्टी सीएम ने मीडिया को बात करने के लिए अपने आवास पर बुला लिया. सिसोदिया ने बताया कि सरकार ने आंगनबाड़ी का निरीक्षण करवाया है. जिसमें अधिकारियों ने बहुत गड़बड़ियां पाई हैं. खाने की गुणवत्ता, सेंटर की जगह, डेटा, फर्जी रजिस्टर जैसी कई गड़बड़ी सामने आई है. उनमें से एक समस्या आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का भत्ता भी है.
बेहद कम था मानदेय
आंगनबाड़ी वर्कर को दिए जाने वाला मानदेय बेहद कम था. आंगनबाड़ी में 20 से 25 बच्चों को एक्टिविटी सिखाने वाली एक वर्कर को 5 हजार रुपये और हेल्पर को 2 हजार 500 सौ रुपये दिए जाते थे. कैबिनेट की मीटिंग में आंगनबाड़ी वर्कर का वेतन 10 हजार 170 रुपए और हेल्पर का 5 हजार 89 रुपए तक बढ़ाने का फैसला लिया गया है. सरकार के मुताबिक बढ़ाए गए मानदेय में आंगनबाड़ी वर्कर को 500 रुपए और हेल्पर को 250 रुपए, मोबाइल या इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए भी दिया जाएगा.
22 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को फायदा
दिल्ली के 6 लाख बच्चों की देखरेख करने वाली 22 हजार आंगनबाड़ी वर्कर को इसका फायदा होगा. हालांकि सीएम आवास पर अपनी मांगों को लेकर धरना दे रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकार के फैसले पर भरोसा नहीं है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ऊषा का कहना है, 'सरकार ने जो फैसला लिया उससे हम खुश नहीं हैं. हमारी हड़ताल जारी रहेगी. वर्कर्स की मांग है कि न्यूनतम मजदूरी दी जाए.' बृजेश का कहना है, 'सोमवार को रामलीला मैदान से जंतर-मंतर तक महारैली का आयोजन किया गया है. सरकार ने 2015 की मांग अब तक पूरी नहीं की है. केजरीवाल भी धरना करते थे, आज हम धरना कर रहे हैं लेकिन सीएम बनने के बाद वो समझ नहीं पा रहे हैं.'
3 जुलाई से जारी है हड़ताल
आपको बता दें कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपनी मांग को लेकर 3 जुलाई से सीएम आवास पर हड़ताल कर रहे हैं. आंगनबाड़ी संगठन से जुड़ी शिवानी का कहना है, 'अरविंद केजरीवाल को समझना चाहिए कि ट्विटर पर सरकार नहीं चलती है और ना प्रेस में बयान जारी करने से बात बनती है. सरकार जबतक नोटिफिकेशन जारी नहीं करती, हड़ताल जारी रहेगी. साथ ही सरकार ये लिखित तौर पर दे कि हड़ताल कर रही किसी भी आगनबाड़ी की वर्कर को काम से नहीं हटाया जाएगा.'