
आम आदमी पार्टी की पीएएसी की बैठक में बागी नेता योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर कार्रवाई को लेकर कोई निर्णय नहीं किया गया है. पीएसी ने इस ओर कार्रवाई के लिए अनुशासन समिति पर फैसला छोड़ा है. स्वराज संवाद बैठक में शिरकत करने वाले विधायक पंकज पुष्कर पर भी पार्टी ने कड़ा रुख अपनाया है.
'आप' के एक नेता ने बुधवार को कहा कि पार्टी अपने असंतुष्ट नेताओं योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के साथ ही दो अन्य पर पार्टी की मर्जी के खिलाफ जाकर कार्यक्रम आयोजित करने और उसमें हिस्सा लेने के लिए कार्रवाई करेगी.
दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की दो घंटे चली बैठक के बाद पार्टी नेता संजय सिंह ने कहा, 'योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, अजित झा और आनंद कुमार द्वारा 'स्वराज संवाद' कार्यक्रम का आयोजन करने का मामला हमने पार्टी की राष्ट्रीय अनुशासन समिति को सौंप दिया है. समिति उचित कार्रवाई करेगी.' हालांकि संजय ने कार्रवाई की अवधि पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.
'पार्टी तोड़ने की मंशा नहीं'
दूसरी ओर, पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने का आरोप लगाते हुए पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से 28 मार्च के बाहर कर दिए जाने के बाद योगेंद्र-प्रशांत ने मंगलवार को स्वराज संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया. इसमें खुद को 'आप' कार्यकर्ता बताने वाले तकरीबन 4,000 लोगों ने हिस्सा लिया.
इस कार्यक्रम को केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप पार्टी को तोड़ने के प्रयास के तौर पर देखा गया, हालांकि योगेंद्र, प्रशांत और आनंद ने पार्टी तोड़ने की किसी तरह की मंशा को खारिज किया है.
राजनीतिक दल बनाने का संकेत
गुड़गांव में गैर राजनीतिक आंदोलन को लॉन्च करने के एक दिन बाद योगेंद्र-प्रशांत ने बुधवार को संकेत दिए कि अगर उनका आंदोलन सफल होता है तो वे खुद के राजनीतिक दल के गठन पर विचार करेंगे.
पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रशांत भूषण ने कहा, 'वर्तमान में हम इस तथ्य के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं कि 'आप' अपने संस्थापक सिद्धांतों से भटक गई है. लेकिन इसकी संभावनाएं हैं कि यह आंदोलन एक राजनीतिक पार्टी में बदल सकता है.'
प्रशांत ने आगे कहा, 'हालांकि ऐसा तभी मुमकिन है जब आंदोलन स्वराज के सिद्धांत का पालन करना जारी रखे. आखिरी फैसला तभी लिया जाएगा, जब कुछ वर्षों में इस अभियान की सफलता का विश्लेषण कर लिया जाएगा.'
प्रशांत भूषण के बाद योगेंद्र यादव ने कहा, 'स्वराज संवाद कोई राजनीतिक पार्टी या कोई गैर सरकारी संगठन नहीं है. हम आरटीआई के अंतर्गत आएंगे.' उन्होंने कहा कि स्वराज संवाद एक खुली बातचीत है.
केजरीवाल पर साधा निशाना
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर इशारा करते हुए योगेंद्र ने कहा, 'हमारा संगठन सामूहिक नेतृत्व वाला होगा. यह व्यक्ति केंद्रित नहीं होगा.' योगेंद्र ने कहा कि पूरे देश में स्वराज यात्राएं आयोजित की जाएंगी, जिनके माध्यम से वैकल्पिक राजनीति का संदेश प्रसारित किया जाएगा. उन्होंने कहा, 'हम एक नया एजेंडा तय करेंगे और उसके अनुसार काम करेंगे.'
संचान समिति का गठन
योगेंद्र यादव ने बताया कि स्वराज अभियान के लिए एक संचालन समिति का भी गठन किया जाएगा, जिसका नेतृत्व आनंद कुमार करेंगे. उन्होंने कहा, 'स्वराज अभियान के लिए एक संचालन समिति का गठन किया जाएगा, जो कि अगले छह माह में स्वराज अभियान के संबंध में सभी फैसले लेगी. इसमें 100 सदस्य होंगे.'
आनंद कुमार ने 'आप' के सदस्यों के साथ-साथ अन्य व्यक्तियों से भी आह्वान किया कि जो लोग अपने नेतृत्व की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट महसूस कर रहे हैं वे आएं और उनके आंदोलन से जुड़ें.
आनंद कुमार ने कहा, 'मैं उन सभी कार्यकर्ताओं और सदस्यों से आह्वान करता हूं जो 'आप' नेतृत्व से असंतुष्ठ हैं और खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. वे हमारी हेल्पलाइन पर फोन कर हमारे साथ जुड़ सकते हैं.'
-इनपुट एजेंसियों से