
भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी को नोबेल पुरस्कार मिलने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार जीतने के लिए साउथ प्वाइंट स्कूल और प्रेसिडेंसी कॉलेज, कोलकाता के पूर्व छात्र अभिजीत बनर्जी को हार्दिक बधाई. सीएम ममता बनर्जी ने ट्वीट करते हुए कहा कि एक और बंगाली ने देश को गौरवान्वित किया है. हम बहुत खुश हैं.
2019 का इकोनॉमिक्स का नोबेल भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी, उनकी पत्नी एस्थर डुफ्लो और माइकल क्रेमर को दिया गया है. इससे पहले 1998 में अमर्त्य सेन को इकोनॉमिक्स का नोबेल दिया गया था. अभिजीत, एस्थर और माइकल को वैश्विक गरीबी कम करने की दिशा में किए गए प्रयासों के लिए यह पुरस्कार दिया गया है.
कौन हैं अभिजीत बनर्जी
अभिजीत बनर्जी अमेरिका में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं. बनर्जी ने संयुक्त रूप से अब्दुल लतीफ जमील पॉवर्टी एक्शन लैब की स्थापना की थी. अभिजीत का जन्म 21 फरवरी 1961 में कोलकाता में हुआ था. इनकी माता निर्मला बनर्जी कोलकाता के सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंसेज में प्रोफेसर थीं. पिता दीपक बनर्जी प्रेसीडेंसी कॉलेज में इकोनॉमिक्स की प्रोफेसर थे.
अभिजीत बनर्जी की स्कूलिंग कोलकाता के साउथ प्वाइंट स्कूल में हुई. फिर ग्रेजुएशन कोलकाता के प्रेसीडेंसी कॉलेज में की. इसके बाद 1983 में इकोनॉमिक्स से एमए जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सटी से किया. बाद में 1988 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी की.
राहुल गांधी ने भी दी बधाई
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अभिजीत बनर्जी को नोबेल पुरस्कार मिलने पर बधाई दी है. राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी की न्याय योजना को आकार देने में अभिजीत बनर्जी ने सहयोग किया था.