
यूपी पुलिस ने बिसहड़ा गांव में केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा, बीजेपी विधायक संगीत सोम और बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी द्वारा धारा-144 का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की सिफारिश की है. गौतमबुद्ध नगर डीएम के पास दायर रिपोर्ट में इनके खिलाफ केस दर्ज करने की सिफारिश की गई है.
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) संजय सिंह ने कहा कि तीनों नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट दायर की गई है. इन्होंने धारा-144 का उल्लंघन करके ग्रामीणों को संबोधित किया था. इन नेताओं को जनता को संबोधित करने नहीं, सिर्फ पीड़ित परिवार से मुलाकात की अनुमति दी गई थी.
जिलाधिकारी एनपी सिंह ने सोमवार को कहा था कि वह इसको लेकर कानूनी राय ले रहे हैं कि सोम के बयान को लेकर क्या कार्रवाई की जा सकती है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, असदुद्दीन ओवैसी और केजरीवाल ने भी गांव का दौरा किया था, लेकिन किसी ने सभा को संबोधित नहीं किया था.
अठावले को नहीं मिली इजाजत
उन्होंने कहा कि इसी वजह से उनके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई की सिफारिश नहीं की गई है. मंगलवार को आरपीआई नेता रामदास अठावले गांव जाना चाहते थे, लेकिन स्थिति को देखते हुए उनको वहां जाने की इजाजत नहीं दी गई है.
गृह मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट
बिसाहड़ा गांव में गोमांस खाने की अफवाह के बाद हुई मोहम्मद इखलाक की हत्या पर यूपी सरकार ने अपनी रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेज दी है. गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इसमें 28 सितंबर की शाम गोमांस पाए जाने की अफवाह के बाद हुई घटना का पूरा ब्योरा दिया गया है.
एफआईआर पर आधारित है रिपोर्ट
सूत्रों के मुताबिक, यूपी सरकार की यह रिपोर्ट इखलाक की पत्नी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर पर आधारित है. इसमें बताया गया है कि कैसे भीड़ ने इखलाक और उसके बेटे को घर से खींचकर पहले लात-घूंसों से पीटा और इसके बाद वहां पड़ी सिलाई मशीन उठाकर उसके सिर पर दे मारा.