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क्यों 18 साल तक भारतीय नागरिकता पाने की कोशिश करते रहे अदनान सामी?

सिंगर अदनान सामी ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि क्यों उन्हें भारत की नागरिकता जाहिए थी जिसके लिए उन्हें करीब 18 साल तक इंतजार करना पड़ा.

अदनान सामी अदनान सामी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 9:37 PM IST

कुछ दिन पहले ही सरकार द्वारा साल 2020 पद्म अवॉर्ड की घोषणा की गई. कला के क्षेत्र में इस बार ये अवॉर्ड कंगना रनौत, एकता कपूर, अदनान सामी और करण जौहर जैसे नामचीन कलाकारों को देने का फैसला किया गया है. मगर अवॉर्ड की घोषणा के बाद से ही सोशल मीडिया पर सिंगर अदनान सामी को अवॉर्ड दिए जाने पर सवाल उठने शुरू हो गए. अदनान सामी ने हालिया इंटरव्यू में बताया है कि उन्हें ये सम्मान पा कर कैसा महसूस हो रहा है. साथ ही उन्होंने अपनी नागरिकता के बारे में भी बातें कीं.

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अदनान को बिल्कुल भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि उन्हें इस अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा. एक्टर ने कहा- ''ये कुछ ऐसी चीज थी जिसके बारे में मैंने सोचा ही नहीं था. मुझे कुछ दिन पहले फोन आया था और मुझे बिल्कुल भी इस बात का अंदाजा नहीं था. मैं थोड़ी देर के लिए अचंभित रह गया था. ये मेरे लिए शॉकिंग था. मेरे और मेरे परिवार के लिए ये अद्भुत खबर थी.''

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CAA पर बोले अदनान सामी

सीएए पर बात करते हुए अदनान ने कहा- ''मैं कोई पॉलिटीशियन नहीं हूं. वैसे ही जैसे राग दरबारी से पॉलिटीशियन का कोई नाता नहीं ठीक उसी तरह मेरा भी ऐसे सवालों से कोई वास्ता नहीं. सरकार को समझना चाहिए कि अगर सरकार बाहर से आ रही माइनॉरिटीज को फैसिलिटी दे रहे हैं, CAA सिर्फ प्रॉसेस को जल्द से जल्द इंम्पलिमेंट करने के लिए है. मुझे देश की नागरिकता पाने में 18 साल लग गए थे.''

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अदनान सामी ने बताया कि उन्हें देश की नागरिकता पाने में 18 साल लग गए. जब उनसे पूछा गया कि आपको भारत की नागरिकता क्यों चाहिए थी. इसका जवाब देते हुए अदनान ने कहा- ''मेरी मां जम्मू से थीं और इस बात से कभी नकारा नहीं जा सकता है. मेरे संगीत के गुरू भारत से थे. मैंने क्लासिकल उन्हीं से सीखा. मेरे पिता भारत में पैदा हुए और भारत के ही मुंबई में उनका निधन हुआ. मेरे पिता भी संगीत पसंद करते थे और लता जी के प्रशंसक थे. उन्होंने मुझे संगीत से जुड़ने के लिए प्रेरित किया. व्यक्तिगत रूप से उन्हें इंडिया से कोई भी बैर नहीं था वे इस देश को काफी पसंद करते थे.''

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