
दहेज प्रथा समाज के लिए अभिशाप है और भारतीय कानून के हिसाब से दहेज लेना और देना कानूनन अपराध है. ये बातें सभी जानते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि दहेज प्रथा के अपने फायदे हैं. जी हां, बेंगलुरु के एक मशहूर कॉलेज में बीए फाइनल ईयर के स्टूडेंट को दहेज प्रथा के फायदे गिनाने वाले नोट्स बांटे गए हैं. इन नोट्स में बताया गया है कि दहेज बदसूरत लड़कियों के लिए फायदेमंद है क्योंकि भारी दहेज से उनकी शादी मुमकिन हो पाती है.
हालांकि इस मामले में कॉलेज की तरफ से सफाई पेश की गई है, जिसके मुताबिक वह पेज सीलेबस का हिस्सा नहीं है, बल्कि अतिरिक्त रिफरेंस मटेरियल है. सेंट जोसेफ कॉलेज की तरफ से कहा गया है कि इस मामले की जांच कराई जा रही है और कॉलेज सीलेबस में ऐसा कुछ भी नहीं है. कॉलेज ने कहा है कि वो ऐसे रूढ़िवादी दृष्टिकोण के खिलाफ है.
आइये, हम आपको को इंडस्ट्रियल रिलेशन, इकोनॉमिक्स और सोशियोलॉजी से बीए कर रहे छात्रों को दिए नोट्स के मुताबिक दहेज प्रथा के फायदे बताते हैं:
1. जो लड़कियां खूबसूरत नहीं होतीं, उनके लिए दहेज प्रथा वरदान हैं क्योंकि ज्यादा से ज्यादा पैसे देकर उनकी शादी हो पाती है.
2. दहेज देकर अच्छे, हैंडसम और शादी के राजी ना हो रहे लड़कों को शादी करने के लिए मनाया जा सकता है.
3. दहेज की मदद से नए-नए जोड़ों को अपनी नई जिंदगी शुरू करने में आर्थिक मदद मिलती है.
4. दहेज ऐसे गरीब लड़कों को उच्च शिक्षा हासिल करने और बेहतर भविष्य का निर्माण करने में मदद करती है, जो काबिल होते हैं.
5. दहेज लाने से परिवार में बहू की अहमियत बढ़ जाती है, उसे ज्यादा प्यार मिलता है. जबकि कम दहेज लाने वाली बहू को परिवार में उतना प्यार नहीं मिलता.
6. कुछ लोग दहेज प्रथा को समाज में अपना स्टेटस बढ़ाने के तौर पर मान्यता देते हैं.
7. दहेज से परिवार की एकता बनी रहती है. कुछ लोग को लगता है कि दहेज प्रथा जारी रहनी चाहिए, लेकिन बेटियों को उनके पिता की संपत्ति में कोई अधिकार नहीं मिलना चाहिए.
गनीमत है कि दहेज के फायदे गिनाने वाले इस नोट्स के अंत में लिखा है कि इन सबके बावजूद इसका मतलब ये नहीं है कि दहेज प्रथा को समाज में मान्यता मिले.
दहेज प्रथा के फायदे बताने वाले पेज को 'सोशल प्रॉबलम्स' की किताब का बताया जा रहा है. ये पेज बाकी नोट्स के साथ छात्रों के बीच सर्कुलेट किया गया. कॉलेज ने स्पष्ट किया है कि वह पेज छात्रों ने आपस में बांटे हैं.