
यूरोपियन यूनियन से ब्रिटेन के अलग होते ही दुनियाभर के कारोबार जगत में उथल-पुथल मच गई है. जनमत संग्रह की ताकत देख डेविड कैमरन ने इस्तीफे की घोषणा कर दी है, वहीं ईंग्लैंड से दूर दिल्ली में बैठी आम आदमी पार्टी भी अब राज्य में ऐसे ही जनमत संग्रह पर विचार कर रही है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस बाबत एक ट्वीट किया है.
दरअसल, अरविंद केजरीवाल की सरकार लंबे समय से दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग कर रही है. हालांकि, हर बार उन्हें केंद्र के रवैये और राजनीतिक दबाव के कारण इस मुद्दे पर पीछे हटना पड़ा है, लेकिन ब्रिटेन की हवा ने दिल्ली में सियासी अरमान जगा दिए हैं. केजरीवाल ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, 'यूके रेफरेंडम के बाद जल्द ही दिल्ली में भी पूर्ण राज्य को लेकर जनमत संग्रह किया जाएगा.'
हालांकि, केजरीवाल से पहले 'आप' नेता आशीष खेतान भी ऐसे ही रेफरेंडम की बात कर चुके हैं. सीएम ने खेतान के ट्वीट को भी रीट्वीट किया है.
किरन रिजिजू की केजरीवाल को नसीहत
वहीं केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने केजरीवाल को इस मामले को लेकर संविधान के दायरे में रहने काम की सलाह दी है. उन्होंने कहा, 'केजरीवाल को ब्रिटेन का नशा चढ़ गया है, उन्हें संविधान के दायरे में रहकर काम करना चाहिए'. उन्होंने कहा कि एलजी को विधानसभा में समन करना को कोई मतलब नहीं है, लोगों को संविधान का ख्याल रखना चाहिए. अगर वो संविधान के दायरे के बाहर जाने की बात करते हैं, तो फिर संविधान के अंतर्गत रहकर बताने की कोशिश की जाएगी.