
असम में सत्ता में काबिज होने की कोशिश में जुटी बीजेपी ने गठबंधन की गुत्थी सुलझा ली है. बुधवार को असम गण परिषद के प्रफुल्ल महंत के साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की बैठक के बाद जहां गठबंधन की सीरत साफ हो गई थी, वहीं गुरुवार को इस बाबत आधिकारिक घोषणा कर सीटों की सूरत भी साफ कर दी गई है.
फैसला किया गया है कि असम गण परिषद राज्य की 126 विधानसभा सीटों में से 24 पर चुनाव लड़ेगी, जबकि बाकी सीटें बीजेपी और गठबंधन के दूसरे दलों के हिस्से आएंगी. गुरुवार को कहा गया है कि बीजेपी और एजीपी दोनों ही पार्टियां असम में बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ हैं और साझा चुनावी मुद्दों में विकास की उपेक्षा और घुसपैठियों को संरक्षण भी होगा.
बीजेपी के सर्बानंद सोनोवाल होंगे CM प्रत्याशी
असम गण परिषद ने माना कि दो बार सत्ता में आने के बावजूद वह घुसपैठियों की पहचान करने और उन्हें वापस भेजने में नाकाम रही है. दूसरी ओर, गठबंधन में बोडो पीपुल्स फ्रंट के साथ को लेकर भी जल्द ही निर्णय कर लिया जाएगा. गठबंधन के तहत एक-दो सीटों पर दोस्ताना मुकाबला भी हो सकता है. जबकि सर्बानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री प्रत्याशी होंगे.
गौरतलब है कि बुधवार को दिल्ली में असम गण परिषद के प्रफुल्ल महंत और अमित शाह की बैठक के बाद साथ मिलकर चुनाव लड़ने पर मुहर लग गई. बैठक में बीजेपी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार सर्बानंद सोनोवाल, एजीपी के अध्यक्ष अतुल बोरा समेत कई अन्य नेता भी मौजूद थे.
बीजेपी को 60 सीटें जीतने का भरोसा
सूत्रों के मुताबिक, एजीपी को 19 सीटें वैसी दी गई हैं, जहां बहुसंख्यक वर्ग का प्रभुत्व है. इसके अलावा पांच अल्पसंख्यक बहुल सीटें दी गई हैं. एक-दो दिनों में उन सीटों को लेकर फैसला हो जाएगा, जहां दोनों का दावा है. बताते हैं कि बीजेपी इस रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है कि विधानसभा में पार्टी अपने दम पर कम-से-कम साठ सीट लाए.