
दिवाली पर पटाखों पर बैन के बावजूद दिल्ली एनसीआर की दूषित हवा में कोई विशेष सुधार नहीं दिखाई दिया. अब बदलते मौसम के साथ बढ़ता प्रदूषण आने वाले दिनों में दिल्लीवालों पर भारी पड़ सकता है. जिसके लिए कोई दूसरा नहीं बल्कि दिल्ली खुद ज़िम्मेदार है.
सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड के शोध के अनुसार अगले कुछ दिनों में राजधानी की हवा में नमी आ जाएगी और 29 अक्टूबर के बाद से कोहरा भी देखने को मिलेगा. नमी और कोहरे के चलते दिल्ली-एनसीआर की हवा में पहले से मौजूद प्रदूषण के कण लंबे समय तक ग्राउंड लेवल तक बने रहेंगे. जिससे दिल्लीवालों का दूषित हवा से कॉन्टेक्ट ज्यादा समय के लिए बना रहेगा.
आपको बता दें कि गाड़ियों से निकलने वाला धुंआ, जलता कूड़ा और इसके अलावा जनरेटर और दूसरे कारण से दिल्ली की हवा में प्रदूषण हर दिन बढ़ता जा रहा है. आज तक ने दिल्लीवालों को जागरूक करने के लिए 'सांस का आपातकाल' नाम से मुहिम छेड़ रखी है. जिसमें दिल्लीवालों की राय जानने की कोशिश की गई.
आरके पुरम
आप जान कर हैरान हो जाएंगे कि दिल्ली के सबसे पॉश इलाकों में से एक आरके पुरम इन दिनों प्रदूषण के लिहाज से सबसे आगे है. यहां ज्यादातर घरों में तीन से चार एसी, दो से तीन गाड़ियां और पावर बैकअप के विकल्प में जनेरेटर भी मौजूद हैं. हाई फाई सोसाइटी होने के बावजूद प्रदूषण को लेकर जागरूकता ज़ीरो है. इसका खामियाज़ा भी लोगों को भुगतना पड़ेगा. यहां रियल टाइम एयर क्वालिटी इंडेक्स 'वेरी पुअर' की श्रेणी में आ गई है.
लोधी रोड
ये भी दिल्ली के पॉश लोकेलिटी में से एक है और यहां भी हालात बहुत खराब हैं. क्वालिटी इंडेक्स पर नज़र डालें तो लोधी रोड का नंबर सबसे खराब की श्रेणी में तीसरे पायदान पर है. लोधी गार्डन में घूमने आए मिश्रा परिवार के मुखिया को सांस की बीमारी है, उनका कहना है कि मेरे लिए तो अब दिल्ली में रहना मुश्किल होता जा रहा है.