
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का एक हेलीकॉप्टर इन दिनों सुर्खियों में है. अजीत उड़नखटोले में बैठकर जनता की नब्ज टटोल रहे हैं. साल 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जोगी का दौरा अभी से शुरू हो गया है. जिस तेजी से वो उड़ान भर रहे हैं, उसी तेजी से चर्चा सरगर्म हो चली है कि आखिर जोगी पर कौन इतना मेहरबान है, जिसने उन्हें तीन महीने के लिए हेलीकॉप्टर उपलब्ध करा दिया और उसका खर्चा भी उठा रहा है.
राजनीति के लिहाज से छत्तीसगढ़ में परंपरागत रूप से बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही भिड़ंत होती रही है, लेकिन गुजरात चुनाव के परिणामों के बाद अचानक प्रदेश की राजनीति ने ऐसी करवट बदली कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी उड़नखटोले में सवार हो गए, उनके हवा में उड़ने से जमीनी नेताओं के बीच खलबली मचना लाजमी है.
यह रहस्य बना हुआ है कि आखिर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को उड़नखटोला किसने मुहैया कराया. अजीत जोगी ने इस फोर सीटर हेलीकॉप्टर में सवार होकर करीब 100 आम सभाएं निपटाने का फैसला किया है और इसकी शुरुआत हो भी चुकी है. रोजाना यह हेलीकॉप्टर छत्तीसगढ़ के आसमान में उड़ान भर रहा है. बताया जा रहा है कि यह हेलीकॉप्टर करीब तीन महीने तक उनके पास रहेगा.
इसी कड़ी में दुर्ग जिले के गंडई इलाके में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला, लेकिन बीजेपी को कोसने से थोड़ा बचते नजर आए. जोगी के इस अंदाज ने कांग्रेस को सोचने पर मजबूर कर दिया है.
कांग्रेस ने जोगी के इस हेलीकॉप्टर को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है. नेता प्रतिपक्ष टी.एस सिंह देव ने इसे जुगाड़ का हेलीकॉप्टर और जुगाड़ की सभा बताया, उनका आरोप है कि बीजेपी ने कांग्रेस का गणित बिगाड़ने के लिए जोगी को संसाधन मुहैया कराए हैं. उनके मुताबिक जिस कंपनी से छत्तीसगढ़ सरकार ने अगस्ता हेलीकॉप्टर की खरीद को लेकर विवादित डील की थी, उसी कंपनी ने जोगी को हेलीकॉप्टर मुहैया कराया है.
टी.एस सिंहदेव के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री अजीतजोगी और उनके विधायक बेटे ने शुरुआती दौर में अगस्ता वैस्टलैंड की डील को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार पर निशाना साधा था, लेकिन अब पैतरा बदलते हुए उसी कंपनी के हेलीकॉप्टर में सवार हो गए. उन्होंने मांग की कि जोगी को स्पष्ट करना चाहिए कि यह हेलीकॉप्टर आखिर किस तरह से मुहैया हुआ.
उधर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने बयान दिया है कि बीजेपी और जोगी पार्टी के गठबंधन के तहत यह हेलीकॉप्टर उड़ान भर रहा है. उन्होंने जोगी पर हमला करते हुए कहा कि वो बीजेपी को कितना भी सहयोग करें लेकिन इस बार कांग्रेस को सत्ता में आने से नहीं रोक सकते. उन्होंने जोगी कांग्रेस को बीजेपी की बी पार्टी करार दिया.
उधर राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह का दावा है कि उनका मुकाबला जोगी कांग्रेस से है. रमन सिंह ने तो यह तक कह दिया कि साल 2022 तक राज्य से कांग्रेस की पूरी तरह विदाई हो जाएगी. हालांकि रमन सिंह ने भी चौथी बार सत्ता में वापसी के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है लेकिन उन्होंने जोगी के इस हेलीकॉप्टर को लेकर कोई कमेंट नहीं किया. वो इसे बीजेपी के लिए अच्छा संकेत जरूर मानते हैं.
राजनैतिक गलियारों में जोगी के हेलीकॉप्टर की खोजबीन को लेकर नेता बेचैन हैं. उनकी दलील है कि जोगी पार्टी का गठन अभी पूरी तरह से हुआ भी नहीं और वे हेलीकॉप्टर में सवार हो गए. DGCA की वेबसाइट पर हेलीकॉप्टर के रजिस्ट्रेशन की जानकारी उपलब्ध है. अजीत जोगी जो हेलीकॉप्टर उपयोग कर रहे हैं वो मेसर्स OSS एयर मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रजिस्टर्ड है. यह वही कंपनी है जिससे छत्तीसगढ़ सरकार ने अगस्ता वैस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए करार किया था.
इस कंपनी से खरीदे गए हेलीकॉप्टर का मामला विवादों में है, क्योंकि कैग ने इसकी खरीद फरोख्त को लेकर सवालिया निशान लगाया था. अगस्ता वैस्टलैंड डील का यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. प्रशांत भूषण इस मामले में भ्रष्ट्राचार का आरोप लगाकर छत्तीसगढ़ सरकार को घेरने में जुटे हैं.
फिलहाल पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी अपने इस उड़नखटोले पर सवार होकर तूफानी दौरा कर रहे हैं. खासतौर पर उन इलाकों में जहां अनसूचित जाति और जनजाति वर्ग की आबादी ज्यादा है. जोगी अपनी चिरपरिचित शैली में अपने विरोधियों को आड़े हाथों ले रहे हैं साथ ही वो दावा कर रहे हैं कि इस बार बीजेपी और कांग्रेस की नहीं बल्कि उनकी पार्टी की सरकार बनेगी.