Advertisement

नोटबंदी: लाइन में पैदा हुए 'खजांची' को अखिलेश ने घर दिया गिफ्ट

हालांकि खजांची और उसकी मां सर्वेषा इस अखिलेश यादव के इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. ऐसे में अखिलेश यादव ने मंच से बोलते हुए कहा कि उन्हें नहीं पता था कि खजांची की दादी और नानी में ही झगड़ा है.

खजांची और उसकी मां सर्वेषा खजांची और उसकी मां सर्वेषा
विवेक पाठक
  • कानपुर देहात,
  • 03 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 1:02 PM IST

नोटबंदी के दिनों में एक खबर काफी चर्चा में थी जब उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात की एक महिला ने बैंक की लाइन में एक बच्चे को जन्म दिया. 2 दिसंबर 2016 को जन्मे इस बच्चे का नाम यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खजांची रखा था. अब खजांची के दूसरे जन्म दिवस पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने उसे घर गिफ्ट में दिया है.

Advertisement

खजांची के पैतृक गांव सरदार पुरवा पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खजांची के दूसरे जन्मदिन के अवसर पर उसे उपहार में दिए आवास का निरीक्षण किया. इस घर के बारे में खास बात यह है कि लोहे और कंक्रीट से बना यह आवास गांव में नहीं बना बल्कि दिल्ली से लाकर यहां फिट किया गया है. बता दें कि खजांची का पैतृक गांव सरदार पुरवा है लेकिन खजांची की मां सर्वेषा देवी ससुराल वालों से तंग आकर अपने मायके अनंतपुर गांव में खजांची के साथ कई माह से झोपड़ी में गुजारा कर रही हैं.

इसलिए अखिलेश ने एक घर खजांची के पैतृव गांव और दूसरा घर उनके ननिहाल अनंतपुर भेजा. हालांकि अखिलेश का दौरा उसके पैतृक गांव में ही हुआ जबकि खजांची के ननिहाल के लोग अखिलेश का इंतजार करते रहे.

Advertisement

गौरतलब है कि नोटबंदी के दौरान खजांची की मां सर्वेषा दो दिसंबर को झिंझक इलाके में पंजाब नेशनल बैंक जाकर पैसा निकालने के लिए सुबह 11 बजे से ही लाइन में लगी थी, वहीं उसे प्रसव पीड़ा हुई. और उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया. जब इसकी खबर मीडिया के माध्यम से अखिलेश यादव तक पहुंची तो उन्होंने बैंक में पैदा होने के कारण इस बच्चे काम नाम खजांची रख दिया और उसकी मां को 1 लाख रुपये सहायता राशि के तौर पर दिए थे.

नोटबंदी के मुखर आलोचकों में से एक अखिलेश यादव अक्सर अपनी सभाओं में तंज कसने के लिए खजांची का जिक्र करने के साथ यह साबित करने की कोशिश करते हैं कि मोदी सरकार के कदम से पीड़ित लोगों की उन्होंने मदद की. कुछ वक्त पहले अखिलेश ने खजांची के गांव को भी गोद ले लिया था. अब खजांची को एक घर भी तोहफे में मिल गया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement