
समाजवादी पार्टी में अंदरुनी घमासान की खबर एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले फिर चाचा शिवपाल और भतीजा अखिलेश सामने-सामने हैं. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव को नजरअंदाज करते हुए अपनी तरफ से 403 उम्मीदवारों की लिस्ट सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव को सौंप दी है.
शिवपाल के करीबी लिस्ट से गायब
अखिलेश द्वारा सौंपी गई उम्मीदवारों की लिस्ट में अंसारी बंधु, अतीक अहमद और अमनमणि त्रिपाठी के नाम नहीं हैं. अखिलेश के इस कदम से यादव परिवार में एक बार फिर घमासान मचना तय है. यही नहीं, वर्तमान के 35 से 40 विधायकों के नाम भी अखिलेश की लिस्ट से गायब हैं.
दरअसल जिन नेताओं को लेकर पार्टी में अखिलेश यादव नाराजगी जाहिर कर चुके हैं, उनके नाम को लिस्ट में जगह नहीं मिली है. वहीं अखिलेश के इस कदम से साफ हो गया है कि शिवपाल से उनकी खटपट जारी है, क्योंकि शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष हैं और उम्मीदवार का नाम तय करना उनका काम है.
शिवपाल की सख्त चेतावनी
अखिलेश के इस कदम के बाद शिवपाल ने टि्वटर के जरिये पलटवार किया. उन्होंने अखिलेश पर निशाना साधते हुए लिखा कि पार्टी में किसी प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जो पार्टी की छवि के लिए नुकसानदेह हो. साथ ही उन्होंने साफ कर दिया कि टिकट का बंटवारा जीत के आधार पर होगा और अब तक इसी पैमाने पर 175 लोगों को टिकट दिया जा चुका है. इसके अलावा शिवपाल यादव ने जोर देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का भी फैसला पार्टी के संविधान के मुताबिक विधायक दल की बैठक में होगा.
गौरतलब है कि शनिवार से ही पार्टी के भीतर गहमागहमी का माहौल था. अमर सिंह और शिवपाल ने बीती शाम मुलायम सिंह से भी मुलाक़ात की थी. लेकिन अखिलेश ने अपनी तरफ से लिस्ट सौंपकर फिर से कुछ नए सवालों को हवा दे दिया है और अपना इरादा साफ कर दिया है.
गठबंधन पर अखिलेश की चुप्पी
वहीं इंडिया टुडे से खास बातचीत में अखिलेश ने साफ कर दिया था कि कांग्रेस से गठबंधन की बात पाइपलाइन में हैं. इससे जुड़े कोई भी फैसले राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव लेंगे. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस से गठबंधन होता है तो फिर चुनाव में गठबंधन 300 से ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब रहेगा.
गायत्री प्रजापति बनाए गए राष्ट्रीय सचिव
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश सरकार में विवादित और चर्चित रहे गायत्री प्रजापति को पार्टी का राष्ट्रीय सचिव बना दिया. रविवार शाम मुलायम सिंह की से जारी एक प्रेस नोट में इसकी जानकारी दी गई. फिलहाल गायत्री प्रजापति अखिलेश सरकार में परिवहन मंत्री का जिम्मा संभाल रहे हैं.
इसी साल सितम्बर में अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव के साथ उन्हें भी कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखा दिया था, तब अखिलेश यादव ने उनपर खनन विभाग में लगे भ्रष्टाचार का हवाला दिया था लेकिन बाद में मुलायम सिंह यादव ने खुद दखल देकर प्रजापति की वापसी कैबिनेट में कराई थी.
शिवपाल यादव के करीबी गायत्री को फंड मैनेजर के तौर पर भी जाना जाता है और रविवार शाम को अखिलेश यादव की लिस्ट सौंपने के दांव के साथ ही प्रजापति को राष्ट्रीय सचिव बनाने को इसी से जोड़कर देखा भी जा रहा है.