
ग्लोबल डिजिटल पेमेंट कंपनी पेपल अब भारत में अपने वॉलेट के साथ कदम रखने के लिए तैयार है. इससे पहले तक कंपनी गेटवे के तौर पर भारत में है. लेकिन अब इस कंपनी ने प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (PPI) के लाइसेंस लेने की तैयारी में है. लाइसेंस मिलने के बाद कंपनी भारत में मोबाइल वॉलेट कंपनी के तौर पर लॉन्च होगी.
भारत में इन दिनों डिजिटल पेमेंट कंपनियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं. इसका उदाहरण पेटीएम आपके सामने है. कंपनी लगातार तरक्की कर रही है, क्योंकि बाजार में इससे टक्कर लेने वाले प्लेयर कम हैं. कुछ समय पहले इंटरनेशन डिजिटल पेमेंट कंपनी पेपल ने पेटीएम पर लोगो कॉपी करने का भी आरोप लगाया था.
PayPal पहले से भारत में इन्वेस्टमेंट और दूसरी वॉलेट कंपनियों का अधिग्रहण करने की प्लानिंग कर रही है.
इकॉनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक PayPal ने अभी तक आधिकारिक तौर पर भारत में वॉलेट लॉन्च करने के बारे में कुछ भी नहीं कहा है. इसके अलावा कंपनी ने यह भी साफ नहीं किया है कि PPI लाइसेंस के लिए किए गए आवेदन का स्टेटस क्या है जो पेमेंट्स एंड सेटलमेंट सिस्टम्स ऐक्ट के अंतर्गत आता है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में इस कंपनी ने भारत में PPI लाइसेंस वाली दूसरी वॉलेट कंपनियों जैसे फ्रीचार्ज से बातचीत किया है. चूंकि स्नैपडील लगातार नुकसान में है और फ्रीचार्ज स्नैपडील की ही कंपनी है, इसलिए उम्मीद की गई कि पेपल फ्रीचार्ज के जरिए भारत में एंट्री करेगी. लेकिन फिलहाल के लिए ऐसा नहीं है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक PayPal ने फ्लिपकार्ट के पेमेंट विंग PhonePe से भी बातचीत की है. यह रिपोर्ट ET ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा है.
PayPal के अलावा Amazon India ने भी PPI लाइसेंस के लिए आवेदन किया था. मार्च में इस कंपनी को रेग्यूलेटर से PPI का लाइसेंस भी मिल गया है. यानी अमेजॉन अपने वॉलेट को अब न सिर्फ शॉपिंग के लिए बल्कि आम यूज क लिए भी पेश कर सकती है.
आने वाले समय में मुमकिन है Amazon Pay , Paypal और Phone Pe बाजार में Paytm को टक्कर दे सकती हैं.
अमेजॉन इंडिया पेमेंट्स के वाइस प्रेसिडेंट श्रीराम जगन्नाथा ने कहा है, ‘रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से PPI का लाइसेंस मिल गया है जिससे हम काफी खुश हैं. हमारा फोकस कस्टमर को ट्रस्टेड कैशलेस पेमेंट एक्सपीरिएंस देने में है. RBI अब PPI के लिए गाइडलाइन जारी करने के प्रोसेसर में है. हम आसान KYC और ऑथेन्टिकेशन के जरिए लो लिमिट वॉलेट लोगों तक पहुंचाएंगे
हाल ही में फ्लिपकार्ट ने ऐलान किया है कि माइक्रोसॉफ्ट, ईबे और टेंसेंट से लगभग 93 हजार करोड़ रुपये के निवेश की डील हुई है. अब फ्लिपकार्ट इस निवेश से अपने डिजिटल वॉलेट ऐप PhonePe को और भी आक्रामक तरीके से पेश करेगा. इसके अलावा इसमें बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं.