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नेटफ्लिक्स जैसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जब भारत में आया था तब काफी उम्मीदें जगी थीं. लोगों को लगा था कि अब मेनस्ट्रीम सिनेमा से अलग कुछ विदेशी सिनेमा देखने को मिलेगा, साथ ही देश में छिपी कुछ ऐसी कहानी सामने आएंगी जो बड़े पर्दे पर जगह नहीं बना पाती थीं. नेटफ्लिक्स के उदय के साथ ही प्राइम वीडियो, वूट जैसे कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म देखते ही देखते तैयार हो गए. जिनकी अब देश में भरमार है, कहानियां हजार तरह की हैं, लेकिन जंग अब क्वालिटी को लेकर चल रही है.
देश में चल रहे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स में सबसे बड़ी जंग नेटफ्लिक्स और प्राइम वीडियो के बीच में हैं. अबतक इन दोनों प्लेटफॉर्म पर कई देसी कहानियां रिलीज हुई हैं, जिन्होंने दर्शकों के दिलों में अपनी धाक जमाई है. लेकिन कुछ कहानियां या फिल्में ऐसी भी आई हैं, जिनका ना आना ही बेहतर माना जाता रहा.
सेक्रेड गेम्स ने किया नेटफ्लिक्स का बेड़ा पार
नेटफ्लिक्स इंडिया ने 2016 में देश में कदम रखा और शुरुआत में विदेशी फिल्मों को ही यहां रिलीज किया गया. इसके अलावा पुरानी हिन्दी फिल्में या नई रिलीज हो रही फिल्में भी प्लेटफॉर्म पर आईं. लेकिन बाद में जब नेटफ्लिक्स ने भारत में प्रोडक्शन शुरू किया तो उसे 2018 में सबसे बड़ी सफलता मिली.
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2018 में आए सेक्रेड गेम्स ने धमाकेदार शुरुआत की और भारतीय दर्शकों को एक अलग तरह की कहानी का नजरिया देखने को मिला, जिसमें थियेटर जैसी कोई बंदिशे नहीं थीं, कोई सेंसर बोर्ड की कैंची नहीं थी और देसी भाषा के डायलॉग्स की भरमार थी. सेक्रेड गेम्स से शुरू हुआ सिलसिला नेटफ्लिक्स ने लगातार आगे बढ़ाया. बॉलीवुड में बड़ा निवेश भी किया, कई प्रोडक्शन हाउस के साथ मिलकर फिल्में तैयार की गईं.
लेकिन, पिछले कुछ समय में नेटफ्लिक्स का हिन्दी भाषी कंटेंट क्वालिटी के आधार पर कुछ नीचे गिरा है. ड्राइव, मिसेज सीरियल किलर, बार्ड ऑफ ब्लड, गिल्टी जैसी लगातार ऐसी फिल्में या सीरीज आईं जो किसी भी तरीके से छाप छोड़ने में नाकाम रहीं. सिर्फ कुछ एक फिल्मों में कलाकारों की अच्छी एक्टिंग को अलग रख दें तो. हालांकि, सेक्रेड गेम्स के अलावा दिल्ली क्राइम्स, ताजमहल, लैला, लस्ट स्टोरीज जैसी कुछ अच्छी सीरीज भी आती रहीं.
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प्राइम वीडियो का बढ़ता क्वालिटी ग्राफ
नेटफ्लिक्स से इतर ही अमेजन ने प्राइम वीडियो का प्लेटफॉर्म लॉन्च किया और बिल्कुल यही तरीका अपनाया. लेकिन लोग अमेजन से जुड़े हुए थे, ऐसे में इस वीडियो प्लेटफॉर्म से भी आसानी से जुड़े. प्राइम की ओर से विदेशी फिल्मों के अलावा देसी सिनेमा पर ज्यादा जोर दिया गया.
इसी के साथ ही बड़ी संख्या में देसी सीरीज निकाली गईं. प्राइम वीडियो का अबतक का सबसे बड़ा धमाका था मिर्जापुर का रिलीज़ होना. जो काम सेक्रेड गेम्स ने नेटफ्लिक्स के लिए किया और उसको गली-गली तक पहुंचाया, वही काम प्राइम के लिए मिर्जापुर ने किया.
मिर्जापुर के अलावा फॉर मॉर शॉट्स प्लीज, द फैमिली मैन, पंचायत जैसी वेब सीरीज निकाली गईं जो दर्शकों को काफी पसंद आईं. हालांकि, कुछ ऐसी भी रहीं जो आकर चली गईं. इस बीच अगर कोई ताजा उदाहरण लें तो प्राइम पर आई पाताल लोक को काफी पसंद किया जा रहा है. अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन हाउस तले बनी इस सीरीज में क्राइम थ्रिलर का शानदार नजारा दिखाया गया है. इसके अलावा डायलॉग, एक्टिंग, डायरेक्शन और मैसेज देने के नाम पर काफी शानदार काम किया गया है, जिसे दर्शक अबतक की सबसे बेहतरीन हिन्दी क्राइम थ्रिलर सीरीज कह रहे हैं और IMDB ने भी इसे 9 से ऊपर की रेटिंग दी है.
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ताजा लड़ाई में किसने मारी बाजी?
कोरोना वायरस महासंकट की वजह से अब सिनेमा का रंग रुप पूरी तरह से बदलता हुआ दिख रहा है. कई बॉलीवुड की बड़ी फिल्में जो थियेटर में ही रिलीज होनी थीं, अब OTT का रुख कर रही हैं. गुलाबो सिताबो समेत कुछ नई फिल्मों ने प्राइम पर अपनी बुकिंग भी कर दी है.
ऐसे में जब OTT की डिमांड बढ़ने को है, तो क्वालिटी सबसे अधिक मैटर करती है. अगर पिछली कुछ फिल्मों और सीरीज का उदाहरण लें तो देसी प्रोडक्शन के मामलों में प्राइम वीडियो नेटफ्लिक्स से काफी आगे निकलता हुआ नजर आ रहा है. नेटफ्लिक्स पर भले ही वर्ल्ड लेवल का अच्छा कंटेंट उपलब्ध हो, लेकिन भारतीय दर्शक जो कहानी के साथ मसाला भी खोजता है, उसके लिए प्राइम वीडियो भरपूर थाली सजाए हुए दिख रहा है.