
समाजवादी पार्टी में पिता-पुत्र के बीच चुनाव चिन्ह और टिकट को लेकर चलने वाली जोर आजमाइश भले ही चुनाव आयोग के दरवाजे तक पहुंच गई दिखती हो लेकिन कोई खेमा पीछे हटता नहीं दिखता. एक तरफ जहां शिवपाल यादव ने उत्तराखंड विधानसभा के लिए 26 उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए. वहीं अखिलेश यादव का चुनावी यात्रा का कार्यक्रम भी बनकर तैयार हो गया है.
सूत्रों के हवाले से आई है खबर
सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव के चुनावी कार्यक्रमों की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और वे 19 जनवरी से रैलियों और सभाओं का आगाज करेंगे. अखिलेश के करीबियों के मुताबिक चुनाव अभियान में देरी की वजह से अब वे एक दिन के भीतर 2 से 3 रैलियों को संबोधित करेंगे. वे 19 जनवरी को आगरा से रैली की शुरुआत कर सकते हैं और उसी दिन अलीगढ़ में भी रैली को संबोधित कर सकते हैं. अखिलेश यादव के खेमे की तरफ से सांसद डिम्पल यादव भी स्टार प्रचारक होंगी. 19 तारीख से अखिलेश हेलीकॉप्टरों से प्रचार-प्रसार पर निकल सकते हैं.
अखिलेश खेमा गठबंधन की अंतिम कोशिशों में जुटा
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से अखिलेश खेमा गठबंधन को अंतिम रूप देने में जुटा है. करीबियों के मुताबिक अगर अखिलेश यादव को पिता से अलग भी लड़ना पड़ा तो ये लोग 125 सीटें अपने सहयोगियों को दे सकते हैं. वे कांग्रेस को लगभग 90 सीटें, आरएलडी को 20 सीटें देने के साथ-साथ जेडी (यू) और पीस पार्टी के लिए भी कुछ सीटें छोड़ सकती हैं. फिलहाल सारी नजरें चुनाव आयोग पर टिकी हैं जहां अगले 24 घंटे के भीतर साइकिल निशान पर अंतिम फैसला आ सकता है.