
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बुधवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर तारिक मंसूर ने दिल्ली में मुलाकात की. यह मुलाकात करीब 30 मिनट तक चली. मुलाकात के बाद एएमयू के वाइस चांसलर तारिक मंसूर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मंत्रालय के पास एएमयू का एक पुराना प्रपोजल है. इसके तहत एएमयू के छात्रों को अर्धसैनिक बलों में भर्ती होने के लिए प्रोत्साहित करना शामिल है.
तारिक मंसूर ने कहा कि, इसी प्रपोजल को लेकर मेरी गृहमंत्री से मुलाकात हुई है. गृह मंत्री ने हमें आश्वासन दिया है कि जल्द ही एएमयू में छात्रों के प्रोत्साहन और अर्धसैनिक बलों की तरफ लगाव बढ़ाने के लिए एक वर्कशॉप कराई जाएगी.
हालांकि एएमयू के वाइस चांसलर से जब जिन्ना की तस्वीर पर उठे विवाद को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसका जवाब सीधा-सीधा नहीं दिया. उन्होंने कहा कि जिन्ना की तस्वीर 1938 से लगी हुई है. अभी हाल का जो मामला है वह एएमयू के छात्रों के ऊपर लाठीचार्ज का है, जिसकी वजह से एएमयू के छात्र हंगामा कर रहे हैं.
तारिक मंसूर ने कहा, मैंने गृह मंत्री से इस सिलसिले में मुलाकात नहीं की है, क्योंकि यह राज्य का मामला है. एएमयू का विवाद एचआरडी मंत्रालय को देखना है, गृह मंत्रालय को नहीं देखना.
उन्होंने कहा कि गृहमंत्री से मुलाकात में जिन्ना की तस्वीर विवाद पर चर्चा नहीं हुई है. तारिक मंसूर से जब जिन्ना की तस्वीर हटाने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि जिन्ना की तस्वीर 1938 से वहां पर है. एएमयू के छात्र हंगामा लाठी चार्ज को लेकर कर रहे थे.
क्या है विवाद?
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में पाकिस्तान के फाउंडर मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगाए जाने को लेकर विवाद उठा था. विवाद के बाद यूनिवर्सिटी में तोड़फोड़, आगजनी और बवाल हुआ. यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं तक टाल दी गईं. विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच बहस शुरू हो गई थी. इस पूरे मामले में अबतक दो छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनके नाम अमित गोस्वामी और योगेश वार्ष्णेय है. इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम ने AMU में जिन्ना की तस्वीर को लेकर वीसी तारिक मंसूर को खत लिखा था.