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दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए Amul का अनोखा कदम

दूध के उत्पादन को बढ़ाने के लिए अमूल को गायों की संख्या बढ़ाने की जरूरत थी तो इसके लिए एक अनोखा तरीका चुना गया. एक वैज्ञानिक तकनीक के तहत गायों को आर्टिफ‍िशि‍यल तरीके से प्रेग्नेंट किया जा रहा है जिसमें सुनिश्चि‍त किया जा रहा है कि पैदा होने वाले बछड़े गाय हों, बैल नहीं.

ज्यादा दुग्ध उत्पादन के लिए वैज्ञानिक तरीके से बढ़ाई जा रही है गायों की संख्या ज्यादा दुग्ध उत्पादन के लिए वैज्ञानिक तरीके से बढ़ाई जा रही है गायों की संख्या
स्वाति गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 30 नवंबर 2015,
  • अपडेटेड 6:36 PM IST

दूध के उत्पादन को बढ़ाने के लिए अमूल को गायों की संख्या बढ़ाने की जरूरत थी तो इसके लिए एक अनोखा तरीका चुना गया. एक वैज्ञानिक तकनीक के तहत गायों को आर्टिफ‍िशि‍यल तरीके से प्रेग्नेंट किया जा रहा है जिसमें सुनिश्चि‍त किया जा रहा है कि पैदा होने वाले बछड़े गाय हों, बैल नहीं.

43 एकड़ में फैले अमूल के इस आर्टिफिशि‍यल इनसेमिनेशन सेंटर में 'सेक्स्ड सीमन' तकनीक को देश में ही विकसित करने पर काम किया जाएगा. बता दें कि इस तकनीक का आधार 'फ्लो सायटोमेट्री' है और यह अभी तक दो देशों, अमेरिका और कनाडा, में ही उपलब्ध है. इस वैज्ञानिक प्रक्रिया के तहत पैदा होने वाले बछड़ों का लिंग अनुपात कंट्रोल किया जा सकता है. लैब में यह तय किया जाएगा कि गाय बछड़ा देने वाले स्पर्म सेल (XX) में बैल बछड़ा देने वाले स्पर्म सेल (XY) से ज्यादा DNA हो. सेल्स की ऐसी पहचान लेजर बीम के जरिए की जाती है.

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एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक इस योजना पर अभी तक 30 फीसदी काम किया जा चुका है और दो हजार गायों को इस काम में लाया गया है. इस योजना में तीन बड़े वैज्ञानिक संस्थानों की भागीदारी है.

देश में बैलों के कम होते इस्तेमाल और दूध की बढ़ती मांग को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. गौरतलब है कि सामान्य प्रजनन में 50 प्रतिशत संभावना गाय या फिर बैल पैदा होने की होती है.अगर यह प्रयोग सफल रहता है तो दूध उत्पादन के साथ ही वैज्ञानिक दृष्टि‍ से भी देश को बड़ी सफलता मिलेगी.

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