
राफेल सौदे की जानकारी सार्वजनिक करने के मु्द्दे पर फ्रांस के राष्ट्रपति के दावे पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने शनिवार को कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति ने राफेल सौदे को गोपनीय रखने से इनकार किया था.
समाचार एजेसी एएनआई के अनुसार आनंद शर्मा ने कहा, 'फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा मैं और मनमोहन सिंह भी मौजूद थे. उस दौरान राहुल गांधी जी ने राष्ट्रपति से इस बाबत सवाल पूछे थे कि क्या लड़ाकू विमान की कीमतों को सार्वजनिक न करने को लेकर कोई बाध्यता है. फ्रांस के राष्ट्रपति ने साफ-साफ कहा था कि सौदे में ऐसी कोई शर्त नहीं है.'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, 'एक होती है क्लासिफाइड सूचना, एक होती है कॉमर्शियल सूचना. इस मापदंड पर लड़ाकू विमान का सौदा किया जाता है. राहुल गांधी ने फ्रांस के राष्ट्रपति से कभी भी क्लासिफाइड सूचना के बारे में सवाल नहीं पूछे. फ्रांस की सरकार ने यह कहा था कि वह सिर्फ क्लासिफाइड जानकारी को सार्वजनिक नहीं कर सकती है.'
फैक्ट चेक : राफेल ‘सीक्रेसी पैक्ट’ पर कभी ये तो कभी वो
गौरतलब है कि शुक्रवार को लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान राहुल गांधी ने राफेल सौदे के मामले में सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति ने खुद उन्हें बताया है कि इस सौदे का विवरण गोपनीय रखने की कोई शर्त नहीं है.
राहुल गांधी ने फ्रांस के साथ हुई राफेल डील का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने यूपीए की डील को रद्द कर फ्रांस से राफेल विमानों को लेकर जो डील की उसकी वजह से राफेल विमान का दाम 1600 करोड़ हो गया.
क्या राहुल गांधी से राफेल सौदे के बारे में फ्रांस के राष्ट्रपति ने झूठ बोला?
राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री पर झूठ बोलने आरोप लगाते हुए कहा, 'मैं स्वयं फ्रांस के राष्ट्रपति से मिला था, जब वे दिल्ली आए थे. इस मुलाकात के दौरान मैंने फ्रांस के राष्ट्रपति से पूछा कि क्या इस तरह की कोई डील हुई है, जिसमें राफेल के विमानों के दाम गुप्त रखने की बात है? तो फ्रांस के राष्ट्रपति ने उनसे कहा कि ऐसी कोई डील नहीं है. आप पूरे देश को राफेल के दाम के बारे मे बता सकते हैं.'
हालांकि दूसरी तरफ, इंडिया टुडे-आजतक को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा था कि कॉमर्शियल एग्रीमेंट की बाध्यता की वजह से पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती. फ्रांस के इसी दावे पर कांग्रेस ने शनिवार को सार्वजनिक तौर पर प्रतिक्रिया जाहिर की.