
राजधानी दिल्ली में सोमवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मार्च निकाला. हजारों की संख्या कार्यकर्ताओं ने रामलीला मैदान से लेकर जंतर-मंतर तक मार्च निकाला. इन लोगों ने न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी के लिए ये मार्च निकाला.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पिछले 27 दिनों से हड़ताल पर हैं. जिसके चलते राजधानी के 90 प्रतिशत आंगनबाड़ी संस्थान बंद पड़े हैं. सोमवार को बड़ी तादाद में महिलाएं जमा होकर रामलीला मैदान से जंतर-मंतर तक पहुंची. जंतर-मंतर पर इकट्ठा होकर इन महिलाओं ने विरोध दर्ज कराया.
आंगनबाड़ी कार्यकारी समिति की अध्यक्ष शिवानी ने बताया कि आंगनबाड़ी वर्कर्स को न्यूनतम वेतनमान का पूरा हक है. उन्होंने अपने हक की लड़ाई जारी रखने की बात कही. शिवानी ने सभी आंगनबाड़ी वर्कर्स की अगुवाई करते हुए कहा कि हमें 18 और 13 हज़ार के बेसिक वेतनमान में शामिल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि वो अपने काम के घंटे भी बढ़ाने को तैयार हैं.
इसके अलावा वर्कर्स ने न्यूनतम वेतनमान के अलावा हर महीने की 10 तारीख को खाते में वेतन की मांग भी उठाई. ताकि उन्हें वक्त पर अपनी तनख्वाह मिल सके.
फिलहाल इस मसले पर अरविंद केजरीवाल सरकार ने कोई अधिसूचना जारी नहीं की है. न ही इस मसले पर विभागीय मीटिंग हुई है. मगर, आंगनबाड़ी वर्कर्स ने मांग पूरी न होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी.