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206 करोड़ का घोटाला: ACB ने पंकजा मुंडे के विभाग से मांगा जवाब

206 करोड़ रुपये घोटाले के मामले में भले ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने महिला और बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे को क्लीन चिट दे दी है, लेकिन महाराष्ट्र के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने उनके विभाग से टेंडर आमंत्रित किए बगैर ठेके देने के आरोपों में जवाब मांगा है.

पंकजा मुंडे की फाइल फोटो पंकजा मुंडे की फाइल फोटो
aajtak.in
  • मुंबई,
  • 25 जून 2015,
  • अपडेटेड 11:01 PM IST

206 करोड़ रुपये घोटाले के मामले में भले ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने महिला और बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे को क्लीन चिट दे दी है, लेकिन महाराष्ट्र के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने उनके विभाग से टेंडर आमंत्रित किए बगैर ठेके देने के आरोपों में जवाब मांगा है.

कांग्रेस ने दायर की थी शि‍कायत
एक दिन पहले ही विभाग की मंत्री पंकजा मुंडे के खिलाफ इस सिलसिले में इस तरह के दावे किए गए थे. कांग्रेस की तरफ से दायर शिकायत का संज्ञान लेते हुए एसीबी ने विभाग को पत्र भेजा जिसमें मुंडे पर ठेका देने में भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं. उन पर आंगनवाड़ी और अन्य संस्थाओं में किताबें एवं अल्पाहार सहित कई सामान बिना निविदा के मंगवाने के आरोप हैं.

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CM को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
डब्ल्यूसीडी विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया, ‘हमें बुधवार शाम एसीबी की तरफ से पत्र मिला जिसमें विभाग की तरफ से की गई खरीदारियों की सूचना देने को कहा गया है. हम पत्र के आधार पर रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया में हैं जिसे मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को सौंपा जाएगा.’ कुमार ने कहा कि रिपोर्ट शुक्रवार तक मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस को सौंपी जाएगी और फिर सरकार इसे एसीबी को भेजेगी.

क्या हैं आरोप
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने बुधवार को एसीबी में शिकायत देकर आरोप लगाए थे कि डब्ल्यूसीडी विभाग ने आंगनवाड़ी के लिए नाश्ता, दवाएं, वृद्धि दर मापने वाली मशीन, वाटर फिल्टर्स, दरी और शैक्षणिक सामग्री खरीदने के लिए टेंडर आमंत्रित किए बगैर एक ही दिन में ठेके दे दिए.

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ई टेंडर जरूरी
राज्य सरकार के नियमों के मुताबिक तीन लाख रुपये से ज्यादा मूल्य वाले ठेकों की इलेक्ट्रॉनिक टेंडर जारी किया जाना जरूरी है. वर्तमान में विदेश दौरे पर गई पंकजा ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि वापस लौटने पर वह आरोपों का जवाब देंगी. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने अपनी कैबिनेट सहयोगी का बचाव करते हुए कहा कि लगता है कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है.

-इनपुट भाषा से

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