
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ चौतरफा घिर गए हैं. इस बार मामला उनकी पार्टी के नेताओं से जुड़ा है. लगभग एक महीना पहले फैसलाबाद में एंटी टेरर सर्च ऑपरेशन में पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) पार्टी के दो स्थानीय नेताओं के घर से पुलिस को अवैध हथियार बरामद हुए हैं. इसके बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन रोक दिया है.
अभी तक मामला दर्ज नहीं
इससे पहले 11 सितंबर को पुलिस ने पीएमएलएन के तीन नेताओं राणा इसरार, मोहसीन सलीम और परवेज कमोका के यहां छापा मारा था. छापेमारी में तीनों नेताओं के घर से अवैध हथियार भी बरामद किए गए थे. ये तीनों यूनियन काउंसिल के सदस्य है. लेकिन इनके खिलाफ अभी तक मामला दर्ज नहीं हो सका है. खबरों की माने तो इन नेताओं के पास से जो हथियार बरामद किए गए उनमें क्लाशनिकोव बंदूक भी शामिल है, जो कि प्रतिबंधित है. पाकिस्तानी मीडिया की खबरों की माने तो पुलिस ने सबूत होने के बावजूद इन नेताओं के खिलाफ एफआईआर इसलिए दर्ज नहीं की है क्योंकि इनके सर पर ताकतवर राजनेताओं का हाथ है.
स्थिति यह है कि जिन नेताओं के घर छापेमारी हुई है, उनमें से राणा इसरार और मोहसिन सलीम ने तो सार्वजनिक तौर पर इस्तीफा देने की धमकी ही दे डाली. इन नेताओं ने कहा कि अगर उनके घर पर छापा मारने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जाता है तो वे इस्तीफा दे देंगे.
तीन अन्य सदस्यों के खिलाफ एफआईआर
राजनीतिक दबाव की वजह से स्थानीय पुलिस ने नेताओं को छापेमारी में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दे दिया. हालांकि काउंसिल के तीन अन्य सदस्यों आरिफ, बिला और मुद्दसर के खिलाफ अवैध हथियार रखने का केस दर्ज किया गया है.