
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वाइब्रेंट गुजरात में एक बार फिर नोटबंदी का गुणगान किया है. जेटली ने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए बड़े फैसलों की जरूरत है. हर बड़े फैसले को लागू करने में कठिनाई होती है. वित्त मंत्री ने जीएसटी पर कहा कि अधिकतर मुद्दों का समाधान किया जा चुका है. कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे बचे हैं. मुझे आशा है कि अगले कुछ हफ्तों में हल निकल जाएगा. एक देश एक टैक्स सिस्टम से अर्थव्यवस्था बड़ी और साफ होगी.
नोटबंदी पर जेटली ने कहा कि नोटबंदी के प्रारंभिक प्रभावों के बाद इससे जीडीपी अधिक स्वच्छ और ज्यादा बड़ी होगी. कागजी नोटों के बहुत ज्यादा होने की अपनी बुराइयां हैं और यह अपने प्रति लोभ जगाती है. जेटली ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि जीएसटी सितंबर, 2016 से पहले लागू किया जाना चाहिए, लेकिन हम इसे अप्रैल तक लागू करना चाहते हैं. जीएसटी और नोटबंदी से आर्थिक वृद्धि को बल मिलेगा, असर इस साल दिखेगा.
जेटली ने कहा कि जीएसटी के रूप में बिक्री पर पूरे देश में हर जगह एक ही प्रकार का कर लागू होने से भारत दुनिया का सबसे बड़ा साझा बाजार बन कर उभरेगा. भारत दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. जीएसटी से कारोबार करने वालों को आसानी होगी. इससे करों की चोरी रोकने में मदद मिलेगी और सरकारों का राजस्व बढ़ेगा.
जेटली ने कहा कि केंद्र में 2014 में आए परिवर्तन कि वजह से भारत विकास कि ओर आगे बढा है. सरकार ने काफी बड़े फैसले लिए हैं.
वाइब्रेंट गुजरात पर जेटली ने कहा कि यह सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक सम्मेलन बन गया है, जो भारत और गुजरात दोनों की अर्थव्यवस्था के लिए बड़ी बात है.