
दिल्ली की सर्द हवाओं और गिरती तापमान के बीच वायु प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ रहा है. साथ की स्मॉग ने भी वापसी कर ली है. पश्चिमी विक्षोभ हिमालय और उत्तर पश्चिमी भारत की ओर बढ़ रहा है जिससे उन इलाकों में बर्फबारी बढ़ सकती है. कमजोर पश्चिम विक्षोभ से मैदानी इलाके में मौसम साफ रहेगा लेकिन हवा की रफ्तार धीमी हो सकती है और इस धुंध के छटने की उम्मीद कम हो जाती है.
पश्चिमी विक्षोण के उत्तर भारत की ओर बढ़ने के साथ-साथ रात के वक्त तापमान में गिरावट आ सकती है और मैदानी इलाके में फिर से धुंध और नमी बढ़ सकती है. इस नतीजे से दिल्ली में फिर से प्रदूषण का खतरनाक स्तर पर पहुंच जाएगा. दिल्ली के कुछ इलाकों में प्रदूषण स्तर 350 के करीब पहुंच गया, इसमें PM 2.5 का स्तर 174 जा पहुंचा जो कि सामान्य से करीब दोगुना है. अब स्थिति में क्या दिल्ली में ऑड-ईवन फॉर्मूला खुद-ब-खुद लागू हो सकता है.
पिछले दिनों ईपीसीए ने दिल्ली में प्रदूषण स्तर बढ़ने पर स्वत: ही इस नियम को लागू किये जाने की बात कही थी. विशेषज्ञों का मानना है कि दिंसबर के माह में मजबूत पश्चिमी विक्षोभ का असर रहेगा, जिससे उत्तर भारत के कुछ इलाकों में बर्फबारी और बारिश भी अनुमान है. साथ ही दिल्ली में बुधवार को हल्के कोहरे का अनुमान भी लगाया गया है और रात का तापमान में 8 डिग्री तक की गिरावट आ सकती है.
मौसम विभाग के के मुताबिक आने वाले दिनों में PM 2.5 का स्तर भी बढ़ सकता है. दिल्ली सरकार की इसी के मद्देमजर सोमवार को हेल्थ एडवाइजरी भी जारी की थी. इसमें कहा गया था कि नमी के चलते राजधानी में कोहरा बढ़ सकता है और धीमी हवाओं की वजह से धूल को कणों में बढ़ोतरी हो सकती है. साथ ही यह भी सलाह दी गई थी कि लोग ज्यादा से ज्यादा कार पूल करें और कम दूरी का सफर प्रदूषण मुक्त वाहनों के जरिए कर सकते हैं.