
राजस्थान में नए साल के मौके पर गहलोत सरकार की कैबिनेट मीटिंग हुई. कैबिनेट मीटिंग में चर्चा हुई कि कोटा में आखिर बच्चों की मौत क्यों हो रही है. राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि अभी तक डॉक्टरों की लापरवाही का मामला सामने नहीं आया है. राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री ने कैबिनेट मीटिंग में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई जांच टीम ने कोटा के अस्पताल के डॉक्टरों को क्लीन चिट दी है और कहा है कि किसी भी तरह की कोई क्लीनिकल लापरवाही नहीं हुई है.
स्वास्थ्य मंत्री बोले- 10 दिन में लगेगा सेंट्रलाइज ऑक्सीजन सिस्टम
स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि 10 दिन के अंदर कोटा के जेके लोन अस्पताल में सेंट्रलाइज ऑक्सीजन सिस्टम लगाया जाएगा और बेड्स की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. लगातार हो रही मौतों पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बच्चे जिस हालात में अस्पताल में आ रहे हैं उसमें स्वभाविक मौत हो रही है ना कि डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से.
स्वास्थ्य मंत्री ने वसुंधरा सरकार पर साधा निशाना
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि 2012 और 13 के दौरान कोटा के इस अस्पताल के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ₹60 करोड़ स्वीकृत किए थे, जिसे बीजेपी ने सत्ता में आने के बाद वित्तीय स्वीकृति होने के बावजूद नहीं दिए. कोटा का अस्पताल प्रशासन हर साल पैसे की मांग करता था लेकिन बीजेपी सरकार पैसे नहीं देती थी.
स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने आगे कहा कि बीजेपी के उस वक्त के विधायक प्रहलाद गुंजल, ओम बिड़ला और भवानी सिंह राजावत इस अस्पताल को पैसे देने की मांग करते रहते थे मगर बीजेपी सरकार ने एक पैसा नहीं दिया. यह सारी बातें रिकॉर्ड पर हैं.
सीएए और एनआरसी राज्य में नहीं होगा लागू
राजस्थान की गहलोत सरकार की कैबिनेट मीटिंग में सीएए और एनआरसी को राज्य में लागू नहीं करने का फैसला हुआ है. कैबिनेट में कहा गया है कि राज्य में इसे लागू करने से पहले केंद्र सरकार बताए कि असम में एनआरसी लागू करने में क्या-क्या कठिनाइयां हुई थीं.
टिड्डी के प्रकोप पर हुई चर्चा
कैबिनेट में यह भी चर्चा हुई कि राजस्थान में टिड्डी का प्रकोप ज्यादा है, मगर राजस्थान में केंद्र सरकार की तरफ से भेजी गईं मशीनें गुजरात भेज दी गईं क्योंकि गुजरात में भी टिड्डी हो गए थे. इसलिए केंद्र सरकार से गुजरात भेजी गई मशीनों के बदले राजस्थान में मशीन भेजने की मांग की गई.
निरोगी राजस्थान अभियान की बात
इसके अलावा कैबिनेट मीटिंग में निरोगी राजस्थान अभियान शुरू करने पर भी चर्चा हुई, जिसमें किस-किस विभाग को क्या-क्या जिम्मेदारी दी जाएगी और इस अभियान को किस तरह से गांव-गांव तक पहुंचाया जाए इसे लेकर रूपरेखा बनाने पर चर्चा हुई.