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इस दुनिया में एक से बढ़कर एक चोर और सुपर चोर हैं. लेकिन सुपर चोरों की इसी फेहरिस्त में अब जो नया नाम है, उसकी करतूत के आगे मानों दुनिया के बाकी चोर पानी भरते हैं. क्योंकि ये चोर सिर्फ लक्जरी गाड़ियां चुराता है और वो भी सीधे फाइव होटलों से. अब सवाल ये है कि अनगिनत सीसीटीवी कैमरे और सिक्योरिटी गार्ड्स के बीच से आखिर वो गाड़ियां चुरा कैसे लेता है? तो बस, इसी सवाल के जवाब में इस सुपर चोर की पूरी कहानी छिपी है.
जो आप सोच नहीं सकते, ये चोर वो कर सकता है. जो आप देख नहीं सकते ये चोर वो देख लेता है और जो दूसरे चोर नहीं कर सकते, ये चोर वो कर सकता है. शायद तभी ये चोर इस वक्त देश के उन सुपर चोरों में शुमार है, जिनपर हाथ डाल कर वर्दीवाले भी खुद को खुशकिस्मत समझते हैं.
26 अगस्त, 2016 को दिल्ली के होटल हॉली-डे इन, किसी भी दूसरे दिन की तरह इस वक्त होटल में मेहमानों की आवाजाही का सिलसिला जारी था. तभी होटल के मेन गेट से एक सफेद रंग की चमचमाती ऑडी क्यू सेवन कार अंदर आती आती दिखाई देती है. कीमत है 80 लाख रुपये. ये कार दिल्ली के ही गर्ग फैमिली की है, जो इस वक्त यहां डिनर करने के लिए पहुंची है. कार के मालिक अनिल गर्ग कार की चाबी वैले पार्किंग अटेंडेंट के हवाले करते हैं और पूरे परिवार के साथ इत्मीनान से डिनर के लिए अंदर चले जाते हैं, लेकिन कुछ ही देर बाद जब वो अपनी गाड़ी से कोई सामान निकालने के लिए दोबारा होटल की लॉबी में पहुंचते हैं, उन्हें ना तो अपनी कार मिलती है, ना कार की चाबी और ना ही वैले का टोकन.
होटल मैनेजमेंट भी हुआ हैरान
जाहिर है ये कार के चोरी हो जाने की निशानी है. लेकिन फाइव स्टार होटल जैसी एक हाई प्रोफाइल जगह पर. जहां चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, चौबीसों घंटे सुरक्षाकर्मियों का पहरा है. हर तरफ मार्शल्स की चौकस निगाहें हैं, वहां भला कोई चोर इतनी महंगी कार वो भी वैले पार्किंग से उड़ाकर कैसे ले जा सकता है तो इसका सच जानने के लिए होटल के सुरक्षाकर्मी फौरन होटल की एंट्री से लेकर वैले पार्किंग एरिया और यहां तक कि लॉबी की सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर देते हैं. लेकिन इस कोशिश में उन्हें जो कुछ नजर आता है, उसे देख कर होटल मैनेजमेंट की आंखें फटी की फटी रह जाती हैं.
पार्किंग डेस्क से उड़ा ली गाड़ी की चाबी
ऑडी कार के गेट से एंटर होने के ठीक कुछ ही मिनट बाद जींस, टी शर्ट और स्पोर्ट्स शूज में एक नौजवान पूरी कॉन्फीडेंस के साथ होटल के अंदर दाखिल होता है. इसके बाद ये शख्स होटल के अलग-अलग हिस्सों में लगातार मोबाइल फोन पर बात करता हुआ नजर आता है. कभी लॉबी में, कभी गेट के पास, तो कभी कहीं और. लेकिन कुछ ही देर बाद ये शख्स एक ऐसा खेल करता है कि देखने वाले बस देखते रह जाते हैं. वो वैले पार्किंग के पास भी ये इंप्रेशन देते हुए लगातार मोबाइल फोन पर बात करता रहता है, जैसे वो इस होटल का कोई गेस्ट हो और मौका मिलते ही पार्किंग डेस्क के एक कार की चाबी उड़ा लेता है. और इत्तेफाक से ये उसी ऑडी क्यू 7 कार की चाबी है और फिर इसके बाद कुछ ऐसा होता है, जो कोई सोच भी नहीं सकता.
वो फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है. एमबीए की पढ़ाई पूरी कर चुका है. अच्छे घर से ताल्लुक भी रखता है लेकिन फिर भी चोरी करता है. दूसरे लफ्जों में कहें तो इस सुपर चोर के बारे में आप जितना सुनते हैं, उतना ही हैरान होते हैं. और इस वक्त हम इस चोर की जिस करतूत का जिक्र कर रहे हैं, उसमें तो इसका कॉन्फीडेंस देखते ही बनता है.
...ऐसे ले गया गाड़ी चोरी कर
जैसे ही मौका मिलता है वो वैले पार्किंग वाली जगह पर बात करते-करते एक कार की चाबी उड़ा लेता है. ये तस्वीरें बेशक बहुत साफ नहीं है कि सीसीटीवी की इन तस्वीरों को देख कर उसकी करतूत को समझा जरूर जा सकता है. और फिर अगले ही मिनट वो पूरे स्टाइल के साथ उस ऑडी क्यू सेवन कार के पास पहुंचता है, जो ठीक गेट के पास लगे सिक्योरिटी गार्ड्स के केबिन के बगल में पार्क की गई है. वो फौरन गाड़ी खोलता है, उसमें बैठता है और कुछ कदम बैक करने के बाद दूसरी तरफ से बड़ी आसानी से निकल जाता है. सच तो ये है कि इन तस्वीरों को देख कर किसी को ये गुमान नहीं हो सकता है कि ये कोई चोर है और यूं एक कार चुरा कर ले जा रहा है. लेकिन जब कुछ ही देर बाद कार का मालिक अपनी गाड़ी ढूंढ़ता हुआ यहां पहुंचता है और उसे जोर का झटका लगता है.
सत्येंद्र के खिलाफ दो दर्जन से ज्यादा मामले
बात पुलिस तक पहुंचती है और एक आलीशान होटल से शानदार कार के चोरी हो जाने की खबर से पुलिसवाले भी हैरान रह जाते हैं. सीसीटीवी फुटेज के जरिए तफ्तीश आगे बढ़ती है और चोर पहचान लिया जाता है. ये है जयपुर का रहनेवाला सुपर चोर. इसका नाम सत्येंद्र सिंह शेखावत है और इसकी उम्र 35 साल है. सत्येंद्र के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर और राजस्थान समेत कई सूबों के अलग-अलग थानों में दो दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं. जबकि इनमें से आठ से दस मामले तो लक्जरी कारों की चोरी के ही हैं.
पुलिस ने बिछाया जाल
अब पुलिस लगातार सत्येंद्र का पीछा करती है और इस कोशिश में जल्द ही उसे जयपुर से दिल्ली के रास्ते में एक ऑडी क्यू सेवन कार नजर आती है. इत्तेफाक से इस बार सत्येंद्र के दिल्ली आकर एक और फाइव स्टार होटल हयात रिजेंसी में किसी कार पर हाथ मारने की तैयारी की खुफिया खबर पहले ही मिल चुकी है. अब पुलिस उसी ऑडी क्यू सेवन कार पर निगाह बनाए रखती है. इत्तेफाक से एक टोल प्लाजा के सीसीटीवी कैमरे में कैद इस कार का नंबर तो महाराष्ट्र का है, लेकिन इसे चलाने वाला शख्स वही सत्येंद्र जैन है. अब पुलिस जाल बिछाती है और आखिरकार उसे उसी ऑडी क्यू सेवन कार के साथ दिल्ली से ही दबोच लिया जाता है, जो उसने पिछले अगस्त महीने में होटल हॉलीडे इन से चुराई थी. हां, उसने इस कार का नंबर जरूर बदल दिया था.
आ गया पुलिस के हाथों में
पुलिस की मानें तो सत्येंद्र एमबीए कर चुका है और फर्राटे से अंग्रेजी बोलता है. अच्छे घर से ताल्लुक रखता है और एक ट्रैवल एजेंसी में भी काम कर चुका है. पुलिस के मुताबिक यहीं से उसे होटल के तौर-तरीकों का पता चला था और लक्जरी कारों से लगाव भी पैदा हुआ. लेकिन उसने इन चीजों को हासिल करने के लिए मेहनत के बजाय जुर्म का रास्ता चुन लिया और यूं एक के बाद एक लक्जरी कारें चुराने लगा. खास बात ये है कि ये लक्जरी कारें उड़ाने के बाद वो उसे आगे नहीं बेचता बल्कि अपने खास लोगों के हवाले कर उनसे कमाई भी करता है और इन्ही कारों से नशीली चीजों की तस्करी भी करता है. क्योंकि आम तौर पर पुलिस महंगी गाड़ियों पर हाथ नहीं डालती. लेकिन अब वो एक बार फिर से पुलिस के शिकंजे में है.