
पठानकोट हमले के बाद देशभर में सुरक्षा के मद्देनजर हाई अलर्ट जारी है और बर्बर आतंकी संगठन ISIS के संदिग्ध समर्थकों की धर-पकड़ भी जारी है. इस बीच गुरुवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एक ऑस्ट्रेलियाई मूल के शख्स को आईएस समर्थक होने के मजबूत संकेत मिलने के बाद वापस भेज दिया गया.
जानकारी के मुताबिक, मलय मूल के इस ऑस्ट्रेलियाई शख्स की पहचान अहमद फहीम बिन हमाद अवांग के तौर पर हुई है. इसके पास N2149807 नंबर का पासपोर्ट था. अवांग को उस वक्त पूछताछ के लिए रोका गया, जब वह पर्थ से फ्लाइट लेकर नई दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पहुंचा था.
सूत्रों के मुताबिक, अवांग के बारे में एक गुप्त सूचना मिलने के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने अवांग से पूछताछ की, जिसमें उसके लैपटॉप से पास से जिहादी साहित्य बरामद किया गया. इसमें आईएस के प्रचार से जुड़ी हुई चीजें थी.
मीटिंग में हिस्सा लेने आया था दिल्ली
पूछताछ में जब अवांग से भारत आने के मकसद के बारे में पूछा गया तो उसने ने कहा कि उसे दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में एक मीटिंग में हिस्सा लेना था. लेकिन अधिकारी बताते हैं कि वह अधिकारियों के सवालों का गोलमोल जवाब दे रहा था.
बताया जाता है अवांग एक वैध वीजा पाने में सफल रहा. उसके लैपटॉप से संदिग्ध सामग्री मिलने के बाद ये फैसला किया गया कि इसे भारत में रहने देना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है, जिसके बाद उसे पर्थ वापस भेज दिया गया.
फोटो में कर रहा था रायफल की नुमाइश
गौरतलब है कि आईएस के तरफ से लगातार मिल रही धमकियां देश की सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं. अवांग के पास से जो फोटो बरामद किए गए, उनमे से एक में वह रायफल की नुमाइश करते हुए तो दूसरे में एक पिस्टल को अपनी गोद में लिए हुआ बैठा था.
बता दें कि अब तक देशभर से पंद्रह लोगों को पकड़ा जा चुका है जो आईएस से जुड़े स्थानीय विंग जुनूद-अल-खलीफ-ए-हिं बनाकर खतरनाक हमले की तैयारी की साजिश रच रहे थे.